बद्दी नगर परिषद को निगम में बदलने के प्रस्ताव का विरोध
बीबीएन, 19 नवंबर (निस)
नगर परिषद बद्दी का दायरा बढ़ाकर उसको नगर निगम बनाने पर ग्रामीण लोगों ने आपत्ति जताई है। ग्रामीणों ने कहा कि नगर परिषद बद्दी सिटी को नगर परिषद निगम बनाया जाए तो कोई बात नहीं लेकिन उसमें नए ग्रामीण क्षेत्र को शामिल न किया जाए।
प्रदेश सरकार द्वारा बद्दी नगर परिषद को निगम में बदलने के प्रस्ताव को अब स्थानीय लोगों के विरोध का सामना करना होगा। क्षेत्र के जन प्रतिनिधियों ने मंगलवार को संघर्ष समिति के चेयरमैन बलविंद्र सिंह ठाकुर के नेतृत्व में एक मंच पर लामबंद होकर एक स्वर में बद्दी निगम के प्रस्ताव का विरोध किया ।
कहा कि सरकार ने यह प्रस्ताव वापस नहीं लिया तो स्थानीय लोग एकत्र होकर हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे। झाड़माजरी में समाजसेवी व जनप्रतिनिधि बलविंद्र ठाकुर ने कहा कि निगम में पंचायतों को शामिल करने से ग्रामीण क्षेत्र के 90 फीसदी लोगों को इसका सीधा-सीधा नुकसान होगा। क्षेत्र में 90 फीसदी जमीन लोगों की कृषि योग्य जमीन है।
इस जमीन पर मिलने वाली सब्सिडी बंद हो जाएगी। गांव की छोटी छोटी सड़कों पर अचानक सैकड़ों वाहन आ जाएंगे और लोगों का घरों से निकलना मुश्किल होगा। क्षेत्र में आबादी बढ़ जाएगी। बलविंद्र ठाकुर सहित करीब पांच पंचायतों के प्रतिनिधियों ने कहा कि बद्दी को निगम बनाने के पीछे केवल एकमात्र मकसद धारा 118 के तहत उद्यमियों व बिल्डरों को लाभ देना है। बद्दी को निगम मिलने से कोई विकास नहीं मिलने वाला बल्कि उन्हें कई तरह के टैक्स का सामना करना होगा। इसमें उद्यमियों को भी उल्टा दो फीसदी इलेक्ट्रिसिटी व स्टांप का टैक्स देना होगा। प्रापर्टी टैक्स देना होगा।
इस अवसर पर होटल एसोसिएशन के प्रदेशाध्यक्ष बलविंदर कुमार ठाकुर, मनु पंडित, भटोलीकलां पंचायत के उपप्रधान बिल्लू खान, व्यवसायी राजेंद्र रंजु, बरोटीवाला के प्रधान हंसराज, कमल ज्ञानी, हितेंदर कुमार सोनू, शम्मी, गुरनाम ठाकुर, कुलदीप नेगी, वीरेंद्र चौधरी, कुलतार सिंह मेहता व अन्य शामिल रहे।