राज्यसभा में प्रश्नपत्र लीक मामलों, केंद्रीय एजेंसियों के दुरूपयोग पर विपक्ष ने सरकार को घेरा
नयी दिल्ली, 2 जुलाई (भाषा)
राज्यसभा में कई विपक्षी दलों ने देश में विभिन्न परीक्षाओं में प्रश्नपत्र लीक होने के बढ़ते मामलों, राज्यों के साथ भेदभाव किए जाने और केंद्रीय एजेंसियों को औजार बनाकर विपक्षी नेताओं को परेशान करने का आरोप लगाते हुए मंगलवार को दावा किया कि ‘अहंकार' से देश को नहीं चलाया जा सकता है। उच्च सदन में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर लाए गए धन्यवाद प्रस्ताव को लेकर हो रही चर्चा में भाग लेते हुए तृणमूल कांग्रेस के मोहम्मद नदीमुल हक ने कहा कि राष्ट्रपति अभिभाषण में एक शब्द गायब है और वह शब्द है ‘गठबंधन'। उन्होंने दावा किया कि ‘गोदी मीडिया' से मिलकर एक्जिट पोल कराये गये और उसके आधार पर शेयर बाजार में आयी तेजी और फिर आयी गिरावट के कारण हजारों निवेशकों के पैसे डूब गए। उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार के दोहरे मापदंडों को सभी लोग जानते हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को चुनौती दी कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के 2021 के पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में हार के बाद केंद्र सरकार ने यदि मनरेगा और आवास योजना के तहत राज्य को एक भी पैसा दिया हो तो वह उसके बारे में एक श्वेत पत्र लायें। हक ने कहा कि भाजपा महिलाओं का कभी सम्मान नहीं कर सकती। उन्होंने कहा कि भाजपा ने केवल 13 प्रतिशत महिलाओं को संसद में भेजा। उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार ने बिल्कीस बानो से बलात्कार करने के दोषियों तक को छोड़ दिया।
उन्होंने विभिन्न परीक्षाओं के प्रश्न पत्रों के लीक होने के बढ़ते मामलों पर सरकार को घेरते हुए कहा कि इसकी जिम्मेदारी भी क्या देश के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू पर डाली जानी चाहिए? तृणमूल सदस्य ने कहा कि प्रधानमंत्री हर विषय पर बोलते हैं किंतु उन्हें मणिपुर हिंसा के बारे में एक भी शब्द बोलने या वहां जाने का अवसर क्यों नहीं मिला? उन्होंने कहा कि ‘मटन' और मुर्गा जैसे शब्दों का चुनाव में प्रयोग करने के लिए उन्हें शर्म करनी चाहिए।
संसदीय कार्य मंत्री किरेन रीजीजू ने कहा कि प्रधानमंत्री किसी एक पार्टी के नहीं बल्कि पूरे देश के हैं, इसलिए उनके पद के सम्मान की रक्षा की जानी चाहिए। उन्होंने याद दिलाया कि एक बार तृणमूल कांग्रेस से केवल ममता बनर्जी जीतकर लोकसभा पहुंची थीं तथा कांग्रेस एवं वामपंथी नेताओं के प्रहारों से भाजपा ने ही उन्हें बचाया था। वाईएसआर कांग्रेस के वाई वी सुब्बा रेड्डी ने चर्चा में भाग लेते हुए कहा कि विश्व रैकिंग में स्वास्थ्य सुधार एवं सुविधाओं के मामले में भारत की स्थिति बहुत अच्छी नहीं है। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी के प्रमुख जगन मोहन रेड्डी ने आंध्र प्रदेश में स्वास्थ्य तंत्र को कई पहल के माध्यम से मजबूती दी।