बिजली निगम के निजीकरण का किया विरोध
पानीपत (हप्र)
गोहाना रोड स्थित एसई कार्यालय पर शुक्रवार को किसान, मजदूर व कर्मचारी संगठनों ने बिजली निगम के निजीकरण के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। बिजली निगम अधिकारी के माध्यम से प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन भी सौंपा। ज्ञापन में बिजली विभाग के निजीकरण पर रोक लगाने, बिजली अधिनियम 2022 को रद्द करने व चंडीगढ़ यूटी के बिजली निगम के निजीकरण को तुरंत रद्द करने की मांग की। प्रदर्शन में अखिल भारतीय किसान सभा, सेंटर ऑफ इंडियन ट्रेड यूनियन सीटू, खेत मजदूर यूनियन, सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा, बिजली कर्मचारी यूनियन, रिटायर्ड कर्मचारी संघ हरियाणा, नगर निगम कर्मचारी संघ पानीपत संबंधित एसकेएस आदि संगठनों ने भाग लिया। प्रदर्शन का नेतृत्व किसान सभा के जिला प्रधान डॉ़ सुरेंद्र मलिक, सचिव राजपाल व कोषाध्यक्ष दिलावर सिंह राठी, सीताराम शर्मा, प्रीतम रावल, कुंवर सिंह छौक्कर, रामकिशन कुंडू, गुलाब सिंह, सीटू जिला सचिव जय भगवान, कोषाध्यक्ष नवीन सपड़ा, बिजली निगम पानीपत सर्कल नेता जितेंद्र सैनी, प्रमोद शर्मा, एसकेएस के जिला प्रधान अमरीश त्यागी, खेत मजदूर यूनियन के राज्य संयुक्त सचिव राजेंद्र छौक्कर, रोहताश, ओमपाल, रिटायर्ड कर्मचारी संघ के राज्य उप प्रधान बलवान सिंह, जिला सचिव भले राम शर्मा, विष्णु शर्मा व एसए खान ने किया। नेताओं ने कहा कि सरकार प्राइवेट कंपनियों को लाभ पहुंचाने के लिये बिजली निगम का निजीकरण कर रही है।