मोहाली में चला ऑपरेशन सील, सीमाओं पर वाहनों की विशेष जांच
मोहाली, 7 मार्च, (हप्र )
युद्ध नशों के विरुद्ध अभियान के तहत शुक्रवार को मोहाली जिले में मादक पदार्थों की तस्करी पर अंकुश लगाने के लिए ऑपरेशन सील चलाया गया। एसएसपी दीपक पारीक ने खुद इसकी कमान संभाली। ऑपरेशन सील के दौरान जिला पुलिस ने हिमाचल प्रदेश, हरियाणा और केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ की सीमा से सटे जिले की सभी अंतरराज्यीय सीमाओं पर विभिन्न नाके लगाकर विशेष जांच की। मोहाली के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दीपक पारीक ने जगतपुरा के निकट यूटी सीमा पर लगाए गए पुलिस नाके का निरीक्षण किया। उन्होंने खुद जिले में प्रवेश करने वाले वाहनों की गहन जांच की।
एसएसपी ने कहा कि डीजीपी गौरव यादव के निर्देशों पर पुलिस ने जिले की अंतरराज्यीय सीमाओं पर सुरक्षा कड़ी दी है। उन्होंने बताया कि नशे के खिलाफ युद्ध अभियान के तहत ऑपरेशन कासो और सील साथ-साथ चलाए जा रहे हैं। इसके अलावा जिले में नशे की आपूर्ति और बिक्री को रोकने के लिए नशा तस्करों पर कड़ी कार्रवाई, संदिग्ध व्यक्तियों की तलाशी अभियान, मेडिकल दुकानों की जांच भी की जा रही है। इसी तरह अभियान संपर्क के तहत भी लोगों से संपर्क कर उन्हें नशे के खतरे और अपराधियों के प्रति जागरूक किया जा रहा है।
एसएसपी पारीक ने एनडीपीएस एक्ट के तहत जिले में पिछले वर्ष दर्ज एफआईआर की जानकारी देते हुए बताया कि मोहाली में 350 मामले दर्ज किए गए हैं, जिनमें 450 नशा तस्करों को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने कहा कि पुलिस नशे के खिलाफ अपनी मुहिम में पूरी तरह से स्पष्ट है। उन्होंने कहा कि नशे की आपूर्ति के जरिए युवाओं और निर्दोष लोगों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने वाले किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि पंजाब राज्य नशे के पैसे से खरीदी या बनाई गई संपत्तियों को जब्त करने वाला पहला राज्य बन गया है। उन्होंने कहा कि यह आंकड़ा बढ़कर 700 करोड़ रुपये हो गया है। उन्होंने कहा कि संपत्ति की कुर्की के अलावा राज्य में नशा तस्करों को कड़ी चेतावनी देने के लिए नशे से बने निर्माणों की तोड़फोंड़ का अभियान भी चलाया गया है। इस मौके पर उनके साथ एसपी (सिटी) हरबीर सिंह अटवाल और डीएसपी मोहाली हरसिमरन सिंह बल भी मौजूद थे।