OP Sindoor : ऑपरेशन सिंदूर के दौरान सेना को हवाई रक्षा प्रणाली तैनात करने की अनुमति नहीं दी गई, SGPC ने खारिज किए दावे
अमृतसर, 20 मई (भाषा)
OP Sindoor : ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान से संभावित ड्रोन और मिसाइल खतरों से निपटने के लिए स्वर्ण मंदिर के भीतर हवाई रक्षा प्रणाली तैनात करने की भारतीय सेना को कोई अनुमति नहीं दी गई थी। स्वर्ण मंदिर के अतिरिक्त मुख्य ग्रंथी और एसजीपीसी ने मंगलवार को यह जानकारी दी। सेना की ओर से तत्काल कोई टिप्पणी नहीं आई।
सिखों की सर्वोच्च धार्मिक संस्था शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी ने भी कहा कि हालांकि प्रशासन ने उनसे भारत व पाकिस्तान के बीच हाल ही में बढ़े तनाव के बाद ‘ब्लैकआउट' के दौरान केवल लाइटें बंद करने के बारे में ही संपर्क किया था, लेकिन उन्होंने ‘मर्यादा' संबंधी शुचिता बनाए रखते हुए प्रशासनिक जिम्मेदारी के हित में पूरा सहयोग किया।
वे उन खबरों का हवाला दे रहे थे कि गुरुद्वारा प्रबंधन ने सेना को स्वर्ण मंदिर के भीतर हवाई रक्षा प्रणाली तैनात करने की अनुमति दे दी थी। धामी ने कहा कि श्री हरिमंदिर साहिब में हवाई रक्षा प्रणाली की तैनाती के संबंध में किसी भी सैन्य अधिकारी से कोई संपर्क नहीं हुआ। मुख्य ग्रंथी ज्ञानी रघबीर सिंह ने भी स्पष्ट किया कि यद्यपि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान वह विदेश यात्रा पर थे, लेकिन हवाई रक्षा प्रणाली की तैनाती के संबंध में उनसे कोई बातचीत नहीं हुई और न ही स्वर्ण मंदिर में ऐसी कोई घटना घटी।
यह सच नहीं है कि सेना को पाकिस्तान से संभावित ड्रोन और मिसाइल खतरों से निपटने के लिए स्वर्ण मंदिर के भीतर हवाई रक्षा प्रणाली तैनात करने की अनुमति दी गई थी। प्रणाली लगाने की कभी कोई अनुमति नहीं दी गई। स्वर्ण मंदिर के प्रबंधन ने निर्धारित समयसीमा के भीतर परिसर की बाहरी और ऊपरी लाइटें बंद करके शहर में ‘ब्लैकआउट' के संबंध में जिला प्रशासन के दिशानिर्देशों का पालन किया था। हालांकि, जिन स्थानों पर धार्मिक आचार संहिता का पालन किया जाता है, वहां रोशनी रखी गई और धार्मिक स्थल की पवित्रता पूरी जिम्मेदारी के साथ बनाए रखी गई।