ओपी चौटाला में थी कड़े और बड़े फैसले तुरंत लेने की अद्भुत क्षमता : बैरागी
जींद, 22 दिसंबर (हप्र)
प्रदेश के पूर्व मंत्री रामकिशन बैरागी ने पूर्व सीएम ओमप्रकाश चौटाला के साथ लंबे समय तक राजनीतिक संघर्ष किया। रामकिशन बैरागी को पूर्व उप प्रधानमंत्री चौधरी देवीलाल ने अपना पांचवां बेटा बताया था। 1977 में सफीदों से जनता पार्टी की टिकट पर विधायक बने लगभग 82 वर्षीय रामकिशन बैरागी ने पूर्व सीएम ओमप्रकाश चौटाला के साथ अपने राजनीतिक रिश्तों और संघर्ष का जिक्र करते हुए बताया कि 1968 में ओमप्रकाश चौटाला ने रोड़ी से और उन्होंने सफीदों से विधानसभा चुनाव लड़ा था। यहीं से वह एक साथ आए थे, और उसके बाद लंबे समय तक दोनों ने कंधे से कंधा मिलाकर संघर्ष किया। 1993 में ओमप्रकाश चौटाला ने जब नरवाना से उपचुनाव लड़ा, तब उन्हें ओमप्रकाश चौटाला ने कई गांवों का प्रभारी बनाया था। बैरागी बताते हैं कि ओमप्रकाश चौटाला दोस्तों के दोस्त और विरोधियों के घोर विरोधी होते थे। इसके बावजूद वह पारिवारिक संबंधों पर कभी राजनीति को हावी नहीं होने देते थे। उनमें तुरंत और कड़े तथा बड़े फैसले लेने की अद्भुत क्षमता थी, जो बहुत कम राजनेताओं में मिलती है।