गुरुग्राम निगम के 36 वार्डों में एससी के लिए केवल तीन सीटें
* गुरुग्राम के डीसी को लिखा पत्र, आप ने बनाया मुद्दा, चुनाव आयुक्त को भेजा मांगपत्र
* 2011 में थी 20 प्रतिशत सीटें आरक्षित, 2017 में 35 में से 6 वार्ड से रिजर्व
चंडीगढ़, 18 जुलाई (ट्रिन्यू)
गुरुग्राम नगर निगम में अनुसूचित जाति के लोगों के लिए आरक्षित सीटों (वार्डों) की संख्या में कटौती पर सवाल खड़े हो गए हैं। अनुसूचित जाति के लोगों ने इस पर आपत्ति जताई है। अनुसूचित जाति सामाजिक संगठन ने इस बाबत गुरुग्राम डीसी और निर्वाचन अधिकारी को पत्र लिखकर आरक्षित वार्डों की संख्या बढ़ाने की मांग की है। वहीं दूसरी ओर, आम आदमी पार्टी ने इस मुद्दे पर राज्य चुनाव आयुक्त धनपत सिंह को पत्र लिखकर आरक्षित वार्डों की संख्या बढ़ाकर सात करने की मांग की है। वर्तमान में गुरुग्राम के 36 वार्डों में से अजा वर्ग के लिए तीन ही वार्ड आरक्षित किए गए हैं।
2011 में गुरुग्राम में आरक्षित वार्डों की संख्या 20 प्रतिशत थी। वहीं 2017 में निगम के 35 वार्डों में से छह अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित थे। आप प्रदेशाध्यक्ष डॉ़ सुशील गुप्ता ने चुनाव आयुक्त को लिखे पत्र में कहा है कि नगर निगम के चुनावों में अनुसूचित जाति का प्रतिनिधित्व कम होने पर उनसे एक प्रतिनिधिमंडल ने मुलाकात कर रोष प्रकट किया। इसे लेकर अनुसूचित जाति के लोगों में खट्टर सरकार के प्रति रोष है। खट्टर सरकार द्वारा अनुसूचित जाति की अनदेखी की जा रही है।
शहरी स्थानीय निकाय हरियाणा के निदेशक की ओर से जारी अधिसूचना के तहत वार्डों और सीटों की संख्या का निर्धारण कर नगर निगम गुरुग्राम में 36 वार्ड बनाए हैं। इनमें से अनुसूचित जाति वर्ग के लिए केवल तीन सीटें ही आरक्षित की गई हैं। 2017 के चुनावों में गुरुग्राम में 35 वार्ड थे, इनमें से 6 वार्ड आरक्षित किए गए थे। उन्होंने कहा कि हरियाणा में लोकसभा और विधानसभा के चुनाव में भी संवैधानिक प्रक्रिया के तहत 20 प्रतिशत सीटें आरक्षित होती हैं। हरियाणा सरकार की नौकरियों में भी 20 प्रतिशत आरक्षण का प्रावधान है।