जमीनी सरकार ही धरतीपुत्र को भारत रत्न दे सकती है : जयंत
नयी दिल्ली, 10 फरवरी (एजेंसी)
राष्ट्रीय लोक दल के प्रमुख जयंत चौधरी ने अपने दादा व पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न से नवाजे जाने की घोषणा के लिए शनिवार को राज्यसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना की। उन्होंने प्रधानमंत्री और केंद्र सरकार का आभार जताते हुए कहा कि मौजूदा सरकार की कार्यशैली में भी चरण सिंह के विचारों की झलक है और एक ‘जमीनी सरकार’ ही ‘धरतीपुत्र’ को भारत रत्न दे सकती है। जयंत जब अपनी बात रख रहे थे, तब कांग्रेस के कुछ सदस्यों ने इस बात पर आपत्ति जताई कि उन्हें किस नियम के तहत बोलने का अवसर दिया गया। विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने आसन के व्यवहार पर सवाल उठाए। सभापति ने सदन को बताया कि जयंत चौधरी ने सुबह उन्हें एक पत्र लिखा था कि वह चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न दिए जाने की घोषणा पर सदन में कुछ बोलना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि जयंत चौधरी चरण सिंह के पोते हैं इसलिए उन्होंने उन्हें बोलने का मौका दिया। वहीं, मीडिया से बातचीत में जयंत चौधरी ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की विरासत की तुलना 2024 के ‘छोटे से चुनाव’ से करना उनके कद को कम करना है। उन्होंने रालोद और भाजपा के बीच ‘समझौते’ के बारे में कुछ भी कहने से इनकार कर दिया। फोटो- प्रेट्र
कुछ सदस्यों के आचरण से इस्तीफा देने का विचार आया : धनखड़
राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा कि जब उच्च सदन के सदस्य जयंत चौधरी अपने दादा चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न से सम्मानित किए जाने की घोषणा पर सदन को संबोधित कर रहे थे, उस वक्त कांग्रेस सदस्यों के ‘अपमानजनक’ आचरण से वह इतने दुखी हुए कि एक ‘किसान पुत्र’ होने के नाते उनके मन में अपने पद से तुरंत त्यागपत्र देने का विचार आया। सभापति धनखड़ ने नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के आचरण पर भी गहरा क्षोभ प्रकट किया और साथ ही जयराम रमेश की खिंचाई करते हुए कहा कि कांग्रेस सदस्य अपने कदाचार के कारण राज्यसभा में रहने के योग्य नहीं हैं। फोटो- प्रेट्र