एक कदम मौत की ओर, पर पुलिस बन गई जीवन की डोर
राजेश शर्मा/हप्र
फरीदाबाद, 18 मई
रविवार सुबह नीलम फ्लाईओवर पर उस समय हड़कंप मच गया, जब एक युवक रेलवे पुल की रेलिंग पर चढ़कर आत्महत्या की कोशिश करने लगा। मौके पर मौजूद कुछ सतर्क राहगीरों ने तुरंत ट्रैफिक पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद पुलिस की तेजी और इंसानियत ने एक अनहोनी को टाल दिया।
जानकारी मिलते ही ट्रैफिक एएसआई नरेश अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने देखा कि युवक रेलिंग पर खड़ा है और कूदने की तैयारी में है। बिना समय गंवाए एएसआई नरेश ने बातचीत कर युवक का ध्यान बंटाया और फिर अचानक उसे पकड़कर सुरक्षित नीचे उतार लिया।
युवक की पहचान नावेद के रूप में हुई है, जो मानसिक अवसाद और पारिवारिक तनाव से जूझ रहा था। पूछताछ में उसने बताया कि वह नशे की हालत में था और जीवन से परेशान होकर यह आत्मघाती कदम उठाने जा रहा था। बचाव के बाद पुलिस टीम ने उसे ढांढस बंधाया और उसके परिजनों को सूचना देकर मौके पर बुलाया।
परिजन जब पहुंचे, तो उनकी आंखों में राहत और पुलिस के प्रति आभार था। उन्होंने कहा कि अगर कुछ मिनट और देर हो जाती, तो उनका बेटा जिंदा नहीं बचता। डीसीपी ट्रैफिक जयवीर राठी ने एएसआई नरेश और उनकी टीम की तत्परता की सराहना की और कहा कि यह घटना पुलिस की सामाजिक जिम्मेदारी निभाने की मिसाल है।