जिला परिषद की बैठक में एक राष्ट्र, एक चुनाव का प्रस्ताव पास
मदन लाल गर्ग/हप्र
फतेहाबाद, 8 मई
बृहस्पतिवार को हुई जिला परिषद् की बैठक में जिले के अधिकारियों को जमकर हड़काया गया। जिला परिषद् के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने चेतावनी दी कि यदि उनका यही रवैया रहा तो उनके एसीएस को शिकायत भेजी जाएगी।
जिला परिषद् हाउस में पास कार्य न करने तथा बैठक को गंभीरता से न लेने पर हाउस काफी नाराज था। इस पर परिषद् के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने सभी अफसरों को चेताया। बैठक में सिंचाई विभाग के कार्यकारी अभियंता द्वारा अपनी जगह एसडीओ को भेजने पर नोटिस जारी किया गया। जिला परिषद् ने कार्यकारी अभियंता को नोटिस जारी करके मीटिंग में न आने बारे स्पष्टीकरण मांगा है। बैठक में टोहाना के विधायक परमवीर सिंह भी उपस्थित थे। टोहाना के कांग्रेसी विधायक उस समय असहज हो गए, जब बैठक में मेडिकल कॉलेज जिला मुख्यालय फतेहाबाद में बनाने का प्रस्ताव रखा गया। जिला परिषद् चेयरपर्सन सुमन सुभाष खीचड़ ने कहा कि फतेहाबाद में 200 बिस्तरों के बनने वाले अस्पताल को मेडिकल कॉलेज में तब्दील करने की सीएम से मांग की जाएगी। गौरतलब है कि जिले के गांव रसूलपुर में मेडिकल कॉलेज प्रस्तावित है, जो टोहाना हलके में आता है।
बैठक में कहा गया कि फतेहाबाद में निर्माणाधीन अस्पताल के पास सरकारी जमीन भी पर्याप्त मात्रा में है, जिससे कम खर्चे में इसे मेडिकल कॉलेज में बदला जा सकेगा। बैठक में प्रदेश में बनी पहली बालिका पंचायत को सम्मानित किया गया तथा सभी परिषद् सदस्यों से एक एक पंचायत को चिन्हित करने के लिए कहा गया। जिस गांव में बालिका पंचायत का गठन किया जाए।
बैठक में चेयरपर्सन सुमन सुभाष खीचड़ ने सभी विकास कार्यों को गुणवतापूर्ण व निश्चित समय में करने की हिदायत दी। उन्होंने कहा कि विकास कार्यों में कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। बैठक में एक राष्ट्र एक चुनाव करवाने का प्रस्ताव पास किया गया, जिसका कांग्रेसी विधायक परमवीर ने भी समर्थन किया। बैठक में जिला परिषद् उपाध्यक्ष कैलाशो देवी सहित पार्षद तथा विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे। प्रदेश की पहली बालिका पंचायत की बैठक 13 मई को रखी गई है। जिला परिषद् के कार्यकारी अधिकारी सुरेश कुमार ने बताया कि बालिका ग्राम पंचायत की बैठक में खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी व ग्राम सचिव भी उपस्थित रहेंगे। जिला परिषद् की बैठक में विधायक परमवीर सहित सभी उपस्थित पार्षदों ने स्वेच्छा से एक शपथ पत्र भरा कि वे इस फसल से कम से कम एक एकड़ में धान की खेती छोड़कर कम पानी वाली फसल की बिजाई करेंगे। ये शपथ पत्र प्रदेश के मुख्यमंत्री को भेजे जाएंगे। जिला परिषद् की बैठक में जल संरक्षण पर चर्चा हो रही थी।
सिंचाई विभाग के कार्यकारी अभियंता को अनुपस्थित रहने पर कारण
बताओ नोटिस जारी करने बारे जब सीईओ से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि जिले के सभी विभागाध्यक्षों की उपस्थिति शुक्रवार को जांची जाएगी। किसी भी विभाग का जिला प्रमुख गैरहाजिर होगा तो उसे नोटिस जारी करके जवाबतलबी की जाएगी।