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‘एक देश, एक चुनाव’ संविधान के लोकतांत्रिक ढांचे के खिलाफ : विपक्ष

05:00 AM Jan 09, 2025 IST
नयी दिल्ली में एक साथ चुनाव करवाने के संबंध में दो विधेयकों पर विमर्श के लिए गठित संयुक्त संसदीय समिति के सदस्य बैठक में भाग लेने के लिए जाते हुए। -प्रेट्र

नयी दिल्ली, 8 जनवरी (एजेंसी)
लोकसभा और विधानसभाओं के चुनाव एक साथ कराने के प्रावधान वाले दो विधेयकों पर विचार करने के लिए गठित संसद की संयुक्त समिति की पहली बैठक बुधवार को हुई। सूत्रों ने बताया कि विधि एवं न्याय मंत्रालय के अधिकारियों ने बैठक के दौरान प्रस्तावित कानूनों के प्रावधानों पर एक प्रस्तुति दी। इसमें एकसाथ चुनाव करवाने के विचार का विधि आयोग सहित विभिन्न निकायों द्वारा समर्थन किये जाने का हवाला दिया गया। बैठक में भाजपा सदस्यों ने ‘एक देश, एक चुनाव’ के प्रस्ताव का समर्थन करते हुए कहा कि यह देश हित में है। वहीं, विपक्षी सदस्यों ने इस पर सवाल खड़े किये। सूत्रों के अनुसार, कांग्रेस के एक सदस्य ने कहा कि यह विचार संविधान के मूल ढांचे के खिलाफ है। तृणमूल कांग्रेस के एक सांसद ने कहा कि यह लोगों के लोकतांत्रिक अधिकारों को नकारता है।
भाजपा के सांसद पीपी चौधरी की अध्यक्षता वाली 39 सदस्यीय संयुक्त संसदीय समिति की बैठक में कांग्रेस से प्रियंका गांधी, जनता दल (यूनाइटेड) से संजय झा, शिवसेना से श्रीकांत शिंदे, आम आदमी पार्टी से संजय सिंह और तृणमूल कांग्रेस से कल्याण बनर्जी समेत सभी प्रमुख दलों के सदस्य शामिल हुए। समिति को बजट सत्र के अंतिम सप्ताह के पहले दिन तक रिपोर्ट पेश करने के लिए कहा गया है।

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