मुख्यसमाचारदेशविदेशखेलपेरिस ओलंपिकबिज़नेसचंडीगढ़हिमाचलपंजाब
हरियाणा | गुरुग्रामरोहतककरनाल
आस्थासाहित्यलाइफस्टाइलसंपादकीयविडियोगैलरीटिप्पणीआपकीरायफीचर
Advertisement

एकदा

08:16 AM Aug 30, 2024 IST

समता के हक का संघर्ष

दिसंबर, 1955 के दौरान अमेरिका में नस्लभेद चरम पर था। उस दिन, रोजा पार्क्स नाम की अश्वेत महिला बस में पिछली सीट पर बैठी थीं, जबकि ड्राइवर ने श्वेत व्यक्ति के लिए उनकी सीट छोड़ने का आदेश दिया। रोजा ने इस अपमानजनक आदेश को मानने से इनकार किया और परिणामस्वरूप उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। उन पर 14 डॉलर का जुर्माना लगाया गया। इस घटना ने पूरे अश्वेत समाज को आंदोलित कर दिया। फिर मार्टिन लूथर किंग जूनियर के नेतृत्व में अहिंसात्मक आंदोलन शुरू हुआ। रोजा पार्क्स की इस साहसिक कार्रवाई ने अमेरिका में अश्वेतों के समान अधिकारों की दिशा में महत्वपूर्ण बदलाव लाया। उन्हें नागरिक अधिकारों के संघर्ष में एक प्रेरणादायक महिला के रूप में याद किया जाता है।

Advertisement

प्रस्तुति : प्रवीण कुमार सहगल

Advertisement
Advertisement