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एकदा

08:05 AM May 08, 2024 IST
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एक बार महान मनोवैज्ञानिक सिगमंड फ्रायड और उनकी पत्नी अपने सात साल के बालक को सैर कराने पार्क मे ले गये। कुछ देर बाद बालक अचानक आंखों से ओझल हो गया। पत्नी परेशान हो गई। फ्रायड ने कहा कि जरा सोचकर बताओ कि उसे कहीं जाने को मना किया। पत्नी ने एक पल सोचकर कहा, ‘हां, उसे मना किया था कि झील के किनारे मत जाना।’ फ्रायड बोले, ‘चलो, वह झील के पास है।’ दोनों भागते हुए झील के पास गये। बालक वहीं खेलता मिला। पत्नी हैरान हो गई। आपने कैसे जाना कि बेटा झील के किनारे होगा। फ्रायड ने कहा कि यह बाल मनोवृत्ति है। आप बच्चे को जिस काम के लिए मना करोगे, बालक सबसे पहले वही करता है। नियंत्रण ही निमंत्रण है।

प्रस्तुति : पूनम पांडे

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