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एकदा

07:50 AM Aug 02, 2023 IST

एक बार मुंशी प्रेमचंद की कलम को अपने वश में करने के लिए अंग्रेजी सत्ता के तत्कालीन गवर्नर ने मंुशी प्रेमचंद के पास ‘राय बहादुर’ का सम्मान ग्रहण करने का प्रस्ताव भेजा। कथा सम्राट प्रेमचंद अंग्रेजों की इस चाल को भांप गए और सोचने लगे कि क्या किया जाये। रात को उन्होंने जब ये बात अपनी पत्नी को बताई तो पत्नी बोली, ‘आपको ये सम्मान ग्रहण कर लेना चाहिए।’ काफी सोच-विचारकर अगले दिन मुंशी प्रेमचंद ने वायसराय को पत्र लिखा, ‘मान्यवर, आप मुझे ‘राय बहादुर’ की उपाधि देना चाहते हैं, इसके लिए आपका हार्दिक धन्यवाद, मगर मेरे पाठकों ने तो मुझे ‘सम्राट’ का ताज पहना रखा है, फिर आपके इस अदने से सम्मान को मैं क्यों ग्रहण करूं। मुझे क्षमा करें। धन्यवाद। मुंशी प्रेमचंद की वाकपटुता ने वायसराय की इस चाल को विफल कर दिया। प्रस्तुति : भूपसिंह भारती

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