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चंडीगढ़ में सिर्फ एक हजार रुपये बुढ़ापा पेंशन, बुजुर्ग हुए नाखुश

06:43 AM Jul 26, 2024 IST
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एस. अग्निहोत्री/हप्र
मनीमाजरा (चंडीगढ़), 25 जुलाई
दो प्रदेशों की राजधानी होने के बावजूद स्मार्ट सिटी चंडीगढ़ के बजुर्गों को मात्र एक हजार रुपए बुढ़ापा पेंशन मिल रही है जिससे वृद्ध खुद को ठगा सा महसूस कर रहे हैं।
जानकारी के मुताबिक चंडीगढ़, पंजाब और हरियाणा दोनों प्रदेशों की राजधानी है। हरियाणा में बुढ़ापा पेंशन करीब 3000 रुपए प्रति माह है, जबकि पंजाब में बुढ़ापा पेंशन 1500 रुपए प्रति माह है। ऐसे में चंडीगढ़ के वृद्धों को मात्र 1000 रुपए प्रति माह बुढ़ापा पेंशन दे रहा है। 70 की आयु पार कर चुके मनीमाजरा निवासी जमीलूदीन ने बताया कि चंडीगढ़ के लोकसभा और नगर निगम के चुनाव में नेता बड़े-बड़े वादे करते हैं लेकिन वृद्धों की पेंशन को बढ़ाने के लिए आज तक किसी ने प्रयास नहीं किया। उन्होंने कहा कि चंडीगढ़ में केंद्र के सर्विस रूल लागू हो चुके हैं। लेकिन बुढ़ापा पेंशन को बढ़ाने के लिए कोई आगे नहीं आ रहा है।
बजुर्गों ने कहा कि पंजाब हो या हरियाणा दोनों प्रदेशों के चुनाव में बुढ़ापा पेंशन बढ़ाने के वादे एक दूसरे दलों से आगे निकलकर किए जाते हैं लेकिन खेद का विषय है कि दोनों प्रदेशों की राजधानी होने के बावजूद चंडीगढ़ के बजुर्ग अभी भी बुढ़ापा पेंशन बढ़ाने की मांग कर रहे हैं। मनीमाजरा रेजिडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन के प्रधान चितरंजन ने कहा कि चंडीगढ़ में बुजुर्ग बुढ़ापा पेंशन कम होने के कारण परेशानी झेल रहे हैं।
इस समस्या को हल करने के लिए किसी भी पार्टी ने आज तक ध्यान नहीं दिया। उन्होंने कहा कि पंजाब और हरियाणा की तर्ज पर चंडीगढ़ में बुढ़ापा पेंशन बढ़नी चाहिए। मनीमाजरा व्यापार मंडल के प्रधान मलकीत सिंह ने बुजुर्गों की बुढ़ापा पेंशन बढ़ाए जाने की वकालत करते हुए कहा कि दो प्रदेशों की राजधानी होने के बावजूद पंजाब और हरियाणा से कम बुढ़ापा पेंशन मिलना चंडीगढ़ के बुजुर्गों को परेशान करने जैसा है।

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