‘नुकसान के आंकलन के लिए अधिकारियों को नहीं मिल रहे वाहन’
शिमला, 7 अगस्त (हप्र)
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा है कि सुक्खू सरकार की नीयत ही नहीं है कि वह आपदा प्रभावितों को जल्दी से जल्दी राहत दे। अभी तक सरकार सभी आपदा प्रभावितों को फ़ौरी राहत भी नहीं पहुंचा पाई है, पूरी सहायता राशि तो बहुत दूर की बात है। जयराम ठाकुर ने आज शिमला में कहा कि आपदा से नुकसान के आंकलन में लगे राजस्व अधिकारियों को नुक़सान के आंकलन के लिए सरकार वाहन की सुविधा तक उपलब्ध नहीं करवा रही है ताकि राजस्व अधिकारी आपदा प्रभावित क्षेत्रों में जाकर शीघ्रता से नुक़सान का आंकलन करके अपनी रिपोर्ट भेज सकें। रिपोर्ट भेजे जाने के बाद ही शासन-प्रशासन की तरफ़ से आपदा प्रभावितों को पूरी सहायता राशि मिल सकती है।
जयराम ठाकुर ने कहा कि इस बार आपदा से बहुत बड़े क्षेत्र को नुक़सान हुआ है। जिसका आंकलन करने में ज़्यादा समय लगेगा। इसलिए सरकार राजस्व अधिकारियों को आवश्यक संसाधन उपलब्ध करवाए ताकि आपदा के आंकलन के कार्य में तेज़ी आये और आपदा प्रभावितों को मदद मिल सके।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि विभिन्न माध्यमों से पता चल रहा है कि आपदा से हुए नुक़सान का आंकलन करने के लिए राजस्व अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है लेकिन वह आपदा प्रभावित क्षेत्र तक कैसे पहुंचेंगे, सरकार की तरफ़ से इसका कोई इंतज़ाम नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में आपदा प्रभावित ज़्यादातर क्षेत्रों में सड़कें ख़राब होने की वजह से बस सेवाएं बहाल नहीं हो पाई हैं। ऐसे में राजस्व अधिकारी या तो लोगों से मदद माँग कर आपदा प्रभावित क्षेत्रों में पहुंच रहे हैं या पैदल चलकर। सरकार की इस लापरवाही का नुक़सान आपदा प्रभावित लोगों को उठाना पड़ रहा है।