चीका अनाज मंडी को अधिकारियों, कुछ राइस मिलरों ने बनाया भ्रष्टाचार की मंडी : विक्रम कसाना
कैथल, 7 नवंबर (हप्र)
एशिया की प्रमुख अनाज मंडियों में शुमार चीका अनाज मंडी को अधिकारियों व कुछ राइस मिल मालिकों ने ‘भ्रष्टाचार की मंडी’ बनाकर रख दिया है। उक्त आरोप भारतीय किसान यूनियन (चढ़ूनी गुट) के युवा हरियाणा प्रदेशाध्यक्ष एडवोकेट विक्रम कसान ने मंगलवार को यहां अपने कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत करते हुए लगाए। उन्होंने कहा कि हाल ही में चीका मंडी में एक घोटाले के बाद दूसरा घोटाला सामने आ रहा है। उन्होंने कहा कि अनाज मंडी चीका में प्रदूषण विभाग द्वारा सील किए गए करीब आधा दर्जन राइस मिलों को हरियाणा सरकार की दो खरीद एजेंसियों खाद्य एवं आपूर्ति विभाग व स्टेट वेयर हाउस द्वारा करोड़ों रुपयों का धान मिलिंग पर देने का सनसनीखेज घोटाले का भंडाफोड़ हुआ है। उन्होंने बताया कि उक्त घोटाले में राइस मिलों के साथ-साथ संबंधित विभागों के कई बड़े अधिकारी भी कथित रूप से मिले हुए हैं।
कसाना ने कहा कि उक्त घोटाले के उजागर होने के बाद उच्च अधिकारियों को अपना मुंह खोलना चाहिए ताकि जनता के सामने सारी सच्चाई आ सके। किसान नेता ने हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल से मांग की कि वे उक्त घोटाले की किसी वरिष्ठ आई.ए.एस. अधिकारी से जांच करवाएं ताकि आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जा सके।