हाईकोर्ट के सिटिंग जज से हो नूंह दंगे की जांच : सुभाष बत्रा
रोहतक, 4 अगस्त (हप्र)
पूर्व गृह राज्य मंत्री एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता सुभाष बत्रा ने नूंह में हुई हिंसक घटनाओं की जांच हाईकोर्ट के सिटिंग जज से करवाने की मांग की है। उन्होंने इस पूरे प्रकरण में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की भूमिका पर सवाल उठाते हुए कहा कि हरियाणा के मुख्यमंत्री जैसे संवैधानिक पद पर रहते हर व्यक्ति को सुरक्षा मुहैया नहीं कराने संबंधी बयान गैर जिम्मेदाराना ही नहीं संविधान का भी उल्लंघन है। मुख्यमंत्री भूल गए की पद संभालते समय उन्होंने क्या शपथ ली थी इसलिए उन्हें तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के इस गैर जिम्मेदाराना बयान के बाद आम आदमी अपने आप को असुरक्षित महसूस करने लगा है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा ने धर्म के नाम पर प्रदेश को तोड़ने की साजिश रची है।
सुभाष बत्रा शुक्रवार को रोहतक में अपने आवास पर पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि नूंह में हुई हिंसक घटनाओं में 7 लोगों की मौत हो गई और काफी संख्या में अभी लोग अस्पतालों में भर्ती हैं। उन्होंने कहा कि धर्म के नाम पर इस तरह का उत्पात नहीं होना चाहिए था। उन्होंने मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के उस समय बयान की आलोचना की जिसमें मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा की जनसंख्या करीब 3 करोड़ है और हर आदमी को सुरक्षा प्रदान नहीं कर सकते। इसी पर पूर्व मंत्री ने कहा कि आज प्रदेश में हर वह व्यक्ति जो घर में बैठा है, वह असुरक्षित है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता की सुरक्षा की जिम्मेदारी मुख्यमंत्री की होती है। मुख्यमंत्री के तौर पर पदभार संभालते समय यह शपथ भी दिलवाई जाती है। इस प्रकरण में मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के बयानों में भी विरोधाभास है। इस अवसर पर सुभाष बत्रा ने कहा कि नूंह में एडीजीपी स्तर के 3 अधिकारी बैठे हैं, अर्ध सैनिक बलों की 15 बटालियन बुला ली गई हैं। वहीं, 2 युवकों की हत्या का आरोपी मोनू मानेसर के सरेआम सोशल मीडिया पर आकर इंटरव्यू दे रहा है, जबकि मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलौत से उलझे हुए हैं। उन्होंने कहा कि आज यह स्थिति हो गई है कि कोई भी अपराध करे, सरकार के हाथ खड़े हैं। उन्होंने सभी धर्मों के लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की।
इस अवसर पर पूर्व मंत्री ने इस प्रकरण में कांग्रेस विधायक मामन खान का भी बचाव किया। उन्होंने कहा कि मामन खान ने खुद इंटरव्यू देकर बताया है कि विधानसभा में इलाकों के लोगों की भावनाओं से सरकार को अवगत कराया था। सुभाष बत्रा ने आरोप लगाया कि आरएसएस से जुड़ी हुई सभी संस्थाओं को देश भर में धर्म के नाम पर यात्राएं करने के निर्देश हैं। दरअसल आज भाजपा की जमीन खिसक चुकी है, महंगाई और भ्रष्टाचार चरम है। ऐसे में धर्म के नाम पर देश व प्रदेश को तोड़ने की साजिश रची जा रही है।