अब अगले वर्ष गर्मियों में होंगे रोहतांग दर्रे के दीदार
शिमला, 2 दिसंबर (हप्र)
पर्यटकों में जन्नत के नाम से विख्यात विश्व प्रसिद्ध रोहतांग दर्रे की सैर फिलहाल बंद हो गई है। 13050 फुट ऊंचे इस दर्रे पर तापमान के अत्यधिक गिर जाने और सड़कों पर ब्लैक आइसिंग के चलते इस मनोरम पर्यटक स्थल के लिए कुल्लू जिला प्रशासन ने वाहनों की आवाजाही मौजूदा सर्दियों के लिए बंद करती है। अब इस विश्व प्रसिद्ध दर्रे के दर्शन सैलानी वर्ष 2025 की गर्मियों में ही कर सकेंगे।
रोहतांग दर्रे पर तापमान में भारी गिरावट के बाद यहां सड़क पर पानी जम रहा है। साथ ही ब्लैक आइसिंग की समस्या भी बढ़ गई है। इसे देखते हुए कुल्लू जिला प्रशासन ने मढ़ी में स्थापित पुलिस चेक पोस्ट को मढ़ी से गुलाबा स्थानांतरित कर दिया है। यह निर्णय जिला प्रशासन के द्वारा रोहतांग दर्रा में तापमान माइनस में होने के चलते और सड़क पर ब्लैक आइसिंग होने के कारण लिया गया है।
विश्व विख्यात रोहतांग दर्रे को निहारने हर साल लाखों की संख्या में सैलानी पहुंचते हैं। लेकिन इन दिनों सड़क पर पानी की मोटी परत जम रही है जिससे वाहनों के फिसलने और दुर्घटनाग्रस्त होने का अंदेशा बना हुआ है। इसे देखते हुए प्रशासन लोगों की सुरक्षा के दृष्टिगत रोहतांग दर्रे को आगामी गर्मियों तक बंद कर दिया है।
एसडीएम मनाली रमन शर्मा का कहना है कि रोहतांग दर्रे पर इन दिनों तापमान जमाव बिंदु से नीचे चला गया है। इस कारण सड़कों पर ब्लैक आइसिंग हो रही है। इसे देखते हुए फ़िलहाल रोहतांग दर्रे को वाहनों और सैलानियों की आवाजाही के लिए बंद कर दिया गया है और मढ़ी में स्थापित पुलिस चेक पोस्ट को भी गुलाबा स्थानांतरित कर दी गई है। ऐसे में अब पर्यटक सिर्फ गुलाबा तक ही जा सकेंगे और इससे आगे किसी को भी जाने की इजाजत नहीं होगी
दूसरी ओर 11965 फुट की ऊंचाई पर स्थित शिरगुल महाराज मंदिर चूड़धार के कपाट भी आज बंद हो गए हैं। ये कपाट अब बैसाख संक्रांति को खुलेंगे। मंदिर कमेटी के अध्यक्ष व एसडीएम चौपाल हेम चंद वर्मा का कहना है कि चूड़धार ऊंची चोटी है जहां कभी भी बर्फ़ गिर सकती हैं। इसे देखते हुए मंदिर के कपाट मौजूदा सर्दियों के लिए पूर्ण रूप से बंद कर दिए गए हैं। श्रद्धालु आने वाली बैसाखी की संक्रांति के बाद चूड़धार की यात्रा कर सकते हैं।