अब नर्सिंग कॉलेज, नर्सिंग स्कूल का होगा एक काडर
शिमला, 4 जुलाई (निस)
हिमाचल प्रदेश की सुक्खू सरकार ने पूर्व सरकार द्वारा जारी आदेशों को निरस्त करते हुए नर्सिंग कॉलेज व नर्सिंग स्कूल के काडर को एक करने का फैसला लिया है । नए फैसले के अनुसार अब दोनों काडर में से स्कूल व कॉलेज में नियुक्तियां हो सकेंगी। मगर स्वास्थ्य विभाग के इस फैसले का असर पदोन्नति की इंतजार में बैठी कालेज काडर की टीचिंग फैकल्टी पर पड़ेगा।
जारी आदेशों के अनुसार नर्सिंग स्कूल की प्रधानाचार्य जो बतौर सहायक निदेशक के पद पर कार्य कर रही है को कालेज काडर में समायोजित करते हुए एसोसिएट प्रोफेसर के पद पर पदोन्नत करके कालेज के बजाए डीएमई के कार्यालय मे ही तैनाती दी है। स्वास्थ्य विभाग के इस फैसले से कॉलेज काडर में प्रदेश सरकार के विरुद्ध रोष पनप रहा है। नर्सिंग कॉलेज के टीचिंग फैकल्टी के कुछ सदस्यों ने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि स्वास्थ्य विभाग में चहेतों को राहत प्रदान करने के मकसद से कुछ स्टाफ को स्कूल से कॉलेज काडर में जबरदस्ती धकेल दिया। इसका असर कालेज काडर की टीचिंग फैकल्टी की पदोन्नति पर पड़ेगा। इसकी वजह काडर एक होना है। पदोन्नति के लिए टीचिंग फैकल्टी का इंतजार और लंबा होगा।
उल्लेखनीय है कि 2010 में सिस्टर निवेदिता गवर्नमेंट नर्सिंग कॉलेज बनने के बाद साल 2014 में स्कूल और कॉलेज के काडर को अलग अलग कर दिया गया था।