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इब 8 को आवैगा नतीजा, 5 साल कौण करेगा राज

08:48 AM Oct 06, 2024 IST
रोहतक में शनिवार को कांग्रेस सांसद दीपेंद्र हुड्डा ग्रामीणों से चर्चा करते हुए। -एजेंसी

दिनेश भारद्वाज/ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 5 अक्तूबर
हरियाणा के विधानसभा चुनावों में इस बार दिग्गज नेताओं सहित तीनों ‘लाल परिवारों’ की प्रतिष्ठा भी दांव पर है। शनिवार को सभी नब्बे विधानसभा सीटों के लिए मतदान संपन्न हो गया। चुनाव लड़ने वाले सभी उम्मीदवारों का राजनीतिक भाग्य ईवीएम में बंद हो चुका है। 8 अक्तूबर को चुनावी नतीजे घोषित होंगे। भाजपा, कांग्रेस, इनेलो, जजपा सहित अधिकांश पार्टियों के दिग्गज नेताओं के सामने यह चुनाव चुनौतीपूर्ण रहा। कार्यवाहक मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी इस बार लाडवा हलके से किस्मत आजमा रहे हैं। इससे पहले वे 2014 में नारायणगढ़ से विधायक बने थे। मई में हुए उपचुनाव में वे करनाल सीट से विधायक बने। लाडवा में उनका सीधा मुकाबला कांग्रेस के मौजूदा विधायक मेवा सिंह से हो रहा है। पूर्व मुख्यमंत्री व नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा अपनी परंपरागत सीट गढ़ी-सांपला-किलोई से चुनाव लड़ रहे हैं। 2005 में हुए उपचुनाव के बाद से हुड्डा इस सीट से चुनाव जीतते आ रहे हैं। हुड्डा के सामने भाजपा ने रोहतक जिला परिषद की चेयरपर्सन मंजू हुड्डा को मैदान में उतारा हुआ है। नायब सरकार के अधिकांश मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता भी कड़े चुनावी मुकाबले में फंसे हैं। कृषि मंत्री कंवर पाल गुर्जर जगाधरी में, पूर्व गृह मंत्री अनिल विज अंबाला कैंट में, स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता पंचकूला में, परिवहन मंत्री असीम गोयल अंबाला सिटी में, निकाय मंत्री सुभाष सुधा थानेसर में, विकास एवं पंचायत मंत्री महिपाल सिंह ढांडा पानीपत ग्रामीण में, वित्त मंत्री जयप्रकाश दलाल लोहारू में, सिंचाई मंत्री डॉ़ अभय यादव नांगल-चौधरी में तथा स्वास्थ्य मंत्री डॉ़ कमल गुप्ता हिसार के चुनावी रण में फंसे हुए हैं।
कमल गुप्ता की मुश्किलें पूर्व मंत्री सावित्री जिंदल ने बढ़ाई हुई हैं। वे निर्दलीय चुनाव लड़ रही हैं। पूर्व वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु को नारनौंद में कांग्रेस के जस्सी पेटवाड़, पूर्व कृषि मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ को बादली में कांग्रेस के कुलदीप वत्स तथा पूर्व उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री विपुल कुमार गोयल को फरीदाबाद में कांग्रेस के लखन सिंगला कड़ी टक्कर दे रहे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री की पोती व केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह की बेटी आरती सिंह राव अटेली सीट पर त्रिकोणीय मुकाबले में फंसी नजर आईं। पूर्व मुख्यमंत्री व इनेलो सुप्रीमो ओमप्रकाश चौटाला के बेटे अभय सिंह चौटाला इस बार ऐलनाबाद सीट पर कड़ी टक्कर का सामना कर रहे हैं। कांग्रेस के भरत सिंह बेनीवाल उनके सामने बड़ी चुनौती बने हुए हैं।

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इन सीटों पर पूरे प्रदेश की नजरें

तोशाम : भूतपूर्व सीएम चौ. बंसीलाल की पोती श्रुति चौधरी भाजपा टिकट पर चुनाव लड़ रही हैं। वहीं बंसीलाल के पोते अनिरुद्ध चौधरी तोशाम से कांग्रेस के उम्मीदवार हैं। दोनों भाई-बहन आमने-सामने होने की वजह से यह प्रदेश की सुपर हॉट सीट बनी हुई है।
उचाना : पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला जजपा टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं। कांग्रेस ने पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह के बेटे बृजेंद्र सिंह को उम्मीदवार बनाया है। वहीं भाजपा के देवेंद्र अत्री मैदान में हैं। निर्दलीय विरेंद्र घोघड़िया खेल बिगाड़ रहे हैं। दुष्यंत के सामने जमानत बचाने की चुनौती है।
आदमपुर : भूतपूर्व मुख्यमंत्री चौ. भजनलाल के बेटे भव्य बिश्नोई को परिवार की परंपरागत सीट – आदमपुर में ही कड़ी चुनौती मिल रही है। सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी चंद्र प्रकाश कांग्रेस टिकट पर उनके सामने डटे हैं। इससे पहले भव्य बिश्नोई ने 2022 में उपचुनाव जीता था।
जुलाना : ओलंपियन विनेश फोगाट कांग्रेस टिकट पर जुलाना से किस्मत आजमा रही हैं। भाजपा के कैप्टन योगेश बैरागी से उनका मुकाबला है। वहीं आम आदमी पार्टी ने डब्ल्यूडब्ल्यूई की रेसलर कविता दलाल को चुनाव मैदान में उतारा हुआ है। विनेश की वजह से जुलाना हॉट सीट है।
लाडवा : मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी भाजपा टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं। 12 मार्च को ही मनोहर लाल खट्टर की जगह भाजपा ने उन्हें सीएम बनाया। इस बार विधानसभा चुनाव नायब सैनी के नेतृत्व में लड़े जा रहे हैं। कांग्रेस के मेवा सिंह से उन्हें कड़ी चुनौती मिली।
हिसार : देश की सबसे अमीर महिला सावित्री जिंदल ने निर्दलीय रण में उतर कर सभी को हैरान कर दिया। उनके बेटे नवीन जिंदल कुरुक्षेत्र से भाजपा सांसद हैं। सावित्री जिंदल ने सीट पर भाजपा के कमल गुप्ता और कांग्रेस के रामनिवास राड़ा को चुनौती दी।
अटेली : केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह की बेटी आरती सिंह राव पहली बार अटेली से विधानसभा चुनाव लड़ रही हैं। बसपा के अत्तर लाल और कांग्रेस की पूर्व सीपीएस अनिता यादव से उनका मुकाबला हुआ। अटेली हलके में त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिला।
डबवाली : देवीलाल परिवार के ही तीन सदस्य इस सीट पर एक-दूसरे के खिलाफ डटे हैं। कांग्रेस ने मौजूदा विधायक अमित सिहाग को टिकट दिया है। इनेलो टिकट पर आदित्य देवीलाल चौटाला चुनाव लड़ रहे हैं। वहीं जजपा के दिग्विजय चौटाला उम्मीदवार हैं।
रानियां : देवीलाल के पुत्र चौ़ रणजीत सिंह एक बार फिर निर्दलीय किस्मत आजमा रहे हैं। रणजीत सिंह के पोते अर्जुन चौटाला इनेलो के उम्मीदवार हैं। वहीं कांग्रेस ने पत्रकार रहे सर्वमित्र काम्बोज को टिकट दिया है। रानियां में त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिला।
दादरी : भौंडसी (गुरुग्राम) जेल में जेल सुपरिंटेंडेंट रहे सुनील सांगवान वीआरएस लेकर राजनीति में आए। वे भाजपा टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं। कांग्रेस की मनीषा सांगवान से उनका मुकाबला है।

वोट की जिम्मेदारी पूरी, अब भविष्य की तैयारी

नारायणगढ़ के गांव मिर्जापुर में शनिवार को कार्यवाहक मुख्यमंत्री एवं लाडवा से उम्मीदवार नायब सिंह सैनी, पत्नी सुमन सैनी के साथ वोट डालने के बाद। -निस
रोहतक में अपने पैतृक गांव सांघी में वोट डालने के बाद पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा अंगुली पर लगी स्याही दिखाते हुए। -निस
हिसार में अर्बन एस्टेट िस्थत पोलिंग बूथ पर वोट डालने के बाद कांग्रेस सांसद कुमारी सैलजा अपने समर्थक उम्मीदवार रामनिवास राड़ा के साथ। -हप्र
सिरसा में शनिवार को पूर्व मुख्यमंत्री एवं इनेलो सुप्रीमो ओम प्रकाश चौटाला वोट डालने के बाद मतदान केंद्र से बाहर आते हुए। -एजेंसी
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