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अब शिक्षकों-विद्यार्थियों की सुनवाई करेंगे नोडल अधिकारी

08:32 AM Jun 13, 2024 IST
पंचकूला में बुधवार को शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक में मौजूद कैबिनेट मंत्री सीमा त्रिखा। -ट्रिन्यू

ट्रिब्यून न्यूज सर्विस
चंडीगढ़, 12 जून
हरियाणा के सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों व शिक्षकों की समस्याओं को अब तत्काल समाधान ढूंढा जाएगा। स्कूलों में किसी भी तरह की समस्या है तो उसके लिए स्कूल मुखिया को लिखित में जिला के नोडल अधिकारी को बताना होगा। विद्यार्थी भी अपनी समस्याओं को लेकर नोडल अधिकारी तक अप्रोच कर सकेंगे। राज्य की शिक्षा मंत्री सीमा त्रिखा ने सभी जिलों में नोडल अधिकारी की नियुक्ति करने करने के आदेश स्कूल शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को दिए हैं।
वे बुधवार को पंचकूला स्थित शिक्षा सदन में प्राथमिक एवं माध्यमिक स्कूल शिक्षा विभाग के आला अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक कर रही थीं। बैठक में शिक्षा विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ़ जी़ अनुपमा, प्राथमिक स्कूल शिक्षा विभाग के महानिदेशक आरएस ढिल्लों, माध्यम स्कूल शिक्षा के निदेश जितेंद्र कुमार सहित विभाग के अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। शिक्षा मंत्री ने बैठक को बूस्टर-मीटिंग की संज्ञा देते हुए कहा – ‘मुझे उम्मीद है कि बैठक के बाद विभागीय कार्यों में तेज़ी आएगी।’
शिक्षा मंत्री ने विद्यार्थियों की छात्रवृत्ति, महिला अध्यापकों की चाइल्ड केयर लीव, एसीपी, वरिष्ठता सूची समेत अन्य कार्यों के शीघ्र निपटान के लिए टाइम-बाउंड निर्धारित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रत्येक जिला के लिए अलग से नोडल अधिकारी लगाया जाए ताकि हर कार्य तत्परता से पूर्ण हो सके। इससे शैक्षणिक निष्पादन में भी बढ़ोतरी होगी। प्रत्येक स्कूल को भी सूचना दी जाए कि उनके जिला का नोडल अधिकारी कौन लगाया है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि विभिन्न अध्यापक यूनियनों की जो मांगें केवल फाइलों में अटकी पड़ी हैं, उन्हें जल्द फाइनल किया जाए और अन्य जायज मांगों का अध्ययन करके अंतिम रूप दिया जाए।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि वे जुलाई से खुद प्रत्येक दिन दो सरकारी स्कूलों का दौरा भी करेंगी। जिस स्कूल का भवन, कमरे आदि नए बनकर तैयार हो गए हैं, उनका जल्द ही उद्घाटन किया जाएगा। जरूरत अनुसार, नए भवनों का शिलान्यास करके कार्य को जल्द से जल्द अंजाम तक पहुंचाया जाएगा। उन्होंने विभाग द्वारा प्रकाशित की जा रही ‘शिक्षा सारथी’ पत्रिका का प्रसार बढ़ाने के निर्देश दिए।
कैबिनेट मंत्री ने कहा कि पत्रिका में विद्यार्थियों की उपलब्धि और केंद्र एवं प्रदेश सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का समावेश होना चाहिए। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम ‘मन की बात’ की भी प्रमुख बातों को उचित स्थान दिया जाए। शिक्षा मंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि ‘शिक्षा सारथी’ पत्रिका को केवल स्कूल की लाइब्रेरी तक सीमित न रखा जाए बल्कि गांव के पंच से लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री तक पहुंचनी सुनिश्चित की जानी चाहिए।
स्कूलों में समय पर पहुंची पाठ्य पुस्तकें
प्रदेश में पहली बार नए शैक्षणिक सत्र में सरकारी स्कूलों में पाठयपुस्तकें समय पर पहुंची हैं। इससे बच्चों की पढ़ाई पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। उन्होंने 2015 की तुलना में वर्ष 2024 में बोर्ड परीक्षाओं के आए परिणाम पर संतुष्टि जताते हुए कहा कि पास प्रतिशत तीन गुणा तक बढ़ा है। उन्होंने विभाग द्वारा चलाई जा रही सुपर-100, बुनियाद, कला उत्सव जैसी अन्य विद्यार्थी केंद्रित कई योजनाओं की विस्तार से समीक्षा की और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।

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विद्यार्थी पूछेंगे-आपने अपने हिस्से का पौधा लगा दिया
प्रदेश के सरकारी स्कूलों के विद्यार्थी जुलाई माह में अपने-अपने क्षेत्र के हर घर में दस्तक देंगे और नागरिकों को बारिश के मौसम में पौधारोपण करने का आह्वान करेंगे। विद्यार्थी दरवाजा खटखटा कर घर के लोगों से पूछेंगे कि क्या आपने अपने हिस्से का पौधा लगा दिया है। चूंकि पेड़-पौधे लोगों को ऑक्सीजन के अलावा फल-फूल और अन्य खाद्य वस्तुएं भी उपलब्ध करवाते हैं।

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