अब विपक्ष के विधायकों को भी मिलेगा जनसंवाद का न्योता
- हुड्डा बोले, किलोई में किया कार्यक्रम, मुझे तो बताया भी नहीं
- सरपंचों पर डाला जा रहा पकौड़ों और मिठाइयों का बोझ : नीरज
ट्रिब्यून न्यूज सर्विस
चंडीगढ़, 19 दिसंबर
हरियाणा सरकार द्वारा शुरू किए गए जनसंवाद कार्यक्रमों को लेकर मंगलवार को विधानसभा में गरमागरमी रही। प्रश्नकाल में फरीदाबाद एनआईटी विधायक नीरज शर्मा ने जनसंवाद पर गंभीर सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि सरपंचों से पकौड़े और मिठाइयां खरीदवाई जा रही हैं। विधायकों को इन कार्यक्रमों का निमंत्रण तक नहीं दिया जाता। विवाद के बीच सीएम मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि सरकार ने तय किया है कि आगे से सभी विधायकों को जनसंवाद कार्यक्रम का निमंत्रण भेजा जाएगा।
सीएम के यह कहते ही चुटकी लेते हुए पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि मेरे हलके किलोई में मुख्यमंत्री ने जनसंवाद कार्यक्रम किया लेकिन मुझे तो बताय ही नहीं। नीरज शर्मा ने जनसंवाद कार्यक्रम में होने वाले खर्चे का ब्यौरा मांगा था। हालांकि सरकार की ओर से इसका जवाब नहीं दिया गया। उन्होंने कहा कि इन कार्यक्रमों में भाजपा के हारे हुए विधायकों और नेताओं की फोटो लगाई जा रही हैं।
विपक्ष के विधायकों की अनदेखी की जा रही है। सरकार यह स्पष्ट करे कि यह भाजपा का कार्यक्रम है या फिर सरकार का। संसदीय कार्य मामले मंत्री कंवर पाल गुर्जर ने कहा कि पहले किसी भी गणमान्य व्यक्ति को निमंत्रण नहीं दिया जाता था। अपनी मर्जी से ही लोग आते हैं। आगे से सभी विधायकों को भी इस कार्यक्रम के बारे में सूचित किया जाएगा। नीरज ने फिर सवाल दागते हुए कहा कि सरकार यह बताए कि टैंट, पकौड़ों व मिठाइयों पर कितना पैसा खर्च किया गया।
इस पर सीएम ने कहा कि बड़े कार्यक्रमों में प्रशासनिक, सामाजिक और राजनीतिक लोग शामिल होते हैं। पकौड़ों व मिठाइयों का मुद्दा खर्चे से जुड़ा नहीं बल्कि मान-सम्मान से जुड़ा है। कई बार औपचारिकताएं भी होती हैं और आवभगत का भी मामला होता है। बहुत सी चीजें लिखित में नहीं होती। आखिर में यह मामला खत्म हुआ। पूरे विवाद का हल यह निकला कि जनसंवाद कार्यक्रमों में अब सभी विधायकों (विपक्ष सहित) को भी निमंत्रण भेजा जाएगा