धर्मशाला में अब नहीं मिलेगा ‘माननीयों’ को महंगे होटलों का मजा
शिमला, 12 फरवरी (हप्र)
हिमाचल प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दाैरान अब ‘माननीयाें’ काे धर्मशाला में महंगे हाेटलाें में नहीं ठहराया जाएगा। विधानसभा सचिवालय उनके लिए धर्मशाला के तपोवन में विधानसभा परिसर के पास अलग से विधायक सदन तैयार करेगा। शीतकालीन सत्र के दाैरान सभी विधायकाें काे इसी सदन में ठहराया जाएगा। सत्र के बाद इस सदन को एचपीटीडीसी काे साैंपा जाएगा और अगले सत्र तक पर्यटन विकास निगम ही इसका संचालन करेगा ताकि इसका खर्चा निकल सके। धर्मशाला में विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दाैरान आने वाले खर्चे काे कम करने के लिए विधानसभा सचिवालय ने तपोवन विधानसभा परिसर के पास अपना अलग से सदन बनाने का निर्णय लिया है। यहां पर विधानसभा सचिवालय की अपनी पर्याप्त जमीन है जहां पर सदन का निर्माण किया जाना है। यह सदन सभी सुख-सुविधाओं से लैस हाेगा। शीतकालीन सत्र के इसे बाद हाेटल के ताैर पर इस्तेमाल में लाया जा सकेगा। इस सदन के निर्माण पर करीब 40 कराेड़ रूपए खर्च होंगे। इसे वन टाइम इन्वेस्टमेंट बताया जा रहा है। इस सदन के बनने से विधानसभा सचिवालय शीतकालीन सत्र के दाैरान हाेने वाले अतिरिक्त खर्चे काे हमेशा के लिए खत्म करने का प्रयास कर रहा है।
राज्य सरकार हर साल विधानसभा का शीतकालीन सत्र धर्मशाला के तपाेवन में आयोजित करती है। इस दाैरान सात दिन पूरी सरकार धर्मशाला में हाेती है। ऐसे में विधायकाें से लेकर प्रशासनिक अधिकारियाें तक, सभी काे ठहराने की जिम्मेदारी सरकार की रहती है। प्रदेश के सभी 68 विधायकों काे उनके मनपसंद के लग्जरी हाेटलाें में ठहराया जाता है। सरकार के लिए यह महंगा साैदा साबित हाेता है।