अब 24 घंटे मिलेंगी डायग्नोस्टिक सेवाएं, सुरक्षा का अतिरिक्त जिम्मा संभालेंगे पूर्व सैनिक
चंडीगढ़, 30 दिसंबर (ट्रिन्यू)
नए साल की दस्तक से पहले, पीजीआईएमईआर ने मरीजों और कर्मचारियों के लिए सुरक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के कई अहम फैसले लिए हैं। स्थायी वित्त समिति की हालिया बैठक में इन प्रस्तावों को मंजूरी मिली है, जो संस्थान की उन्नति में मील का पत्थर साबित होंगे।
अब पीजीआई 24 घंटे उपलब्ध डायग्नोस्टिक सेवाओं की शुरुआत करने जा रहा है। यह सुविधा मरीजों को उनकी सुविधा के अनुसार जांच और उपचार का विकल्प प्रदान करेगी। यह कदम न केवल मरीजों की संतुष्टि बढ़ाएगा, बल्कि पीजीआई को देश के सबसे उन्नत चिकित्सा संस्थानों में शामिल करने की दिशा में एक बड़ा प्रयास साबित होगा।
आगामी न्यूरो साइंस सेंटर और मदर एंड चाइल्ड सेंटर की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए 300 अतिरिक्त सुरक्षा कर्मियों की भर्ती का निर्णय लिया गया है। इन कर्मियों में विशेष रूप से सेना के पूर्व सैनिक शामिल होंगे। यह पहल सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के साथ-साथ अनुशासन और जिम्मेदारी का नया मानक स्थापित करेगी।
संस्थान के निदेशक प्रो. विवेक लाल ने कहा कि ये पहल न केवल संस्थान की सुरक्षा और सेवा क्षमताओं को बढ़ाएंगी, बल्कि हमें चिकित्सा के क्षेत्र में नयी ऊंचाइयों तक पहुंचाएंगी। यह संस्थान को एक अग्रणी चिकित्सा केंद्र के रूप में और सुदृढ़ करेगा।
संग्रहालय से जीवित होगी विरासत
संस्थान की समृद्ध ऐतिहासिक विरासत को संरक्षित करने के लिए एक संग्रहालय बनाने की योजना बनाई गई है। यह संग्रहालय न केवल पीजीआई की उपलब्धियों को उजागर करेगा, बल्कि इसे जनता के लिए प्रेरणा का स्रोत भी बनाएगा।
‘प्रोजेक्ट सारथी’ की राष्ट्रीय सफलता
स्वास्थ्य सेवा में मानवीयता और सामुदायिक भागीदारी को बढ़ावा देने वाला ‘प्रोजेक्ट सारथी’ अब देशभर के 700 अस्पतालों में लागू किया जा चुका है। यह पहल मरीजों की देखभाल को बेहतर बनाने के लिए एक नई दिशा प्रदान करती है।