कच्चे रास्ते के जरिये अब दुनिया से फिर जुड़ेगा ब्याना
08:25 AM Oct 13, 2023 IST
कभी अच्छे दिनों की बात और कभी तरक्की की राह खुलने का वादा, लेकिन यहां तो एक ऐसा रास्ता है जिसकी कोई मंजिल ही नहीं। इसलिए तरक्की और अच्छे दिन, दोनों पर सवाल। बड़ी जद्दोजहद के बाद एक आधी-अधूरी उम्मीद सी जगी है। सरकारी तंत्र की ओर से कहा जा रहा है कि शुक्रवार से कच्चा रास्ता खुल जाएगा। हम बात कर रहे हैं यहां के गांव ब्याना के पास आवर्धन नहर से जुड़े रास्ते की। यहां पुल नहीं होने के कारण लोगों को अनेक किस्म की समस्याओं से दो-चार होना पड़ता है। जो जानते हैं कि पुल नहीं है, वे तो इस राह का रुख ही नहीं करते, लेकिन अनेक लोग काफी दूर तक पहुंचने के बाद सोच में पड़ जाते हैं कि अब कहां जाएं। एकमात्र विकल्प, पीछे लौटकर लंबा और कठिन रास्ता पकड़ो।
इन्द्री-मुरादगढ़-गढ़पुर खालसा-ब्याना मार्ग क्षेत्र के महत्वपूर्ण मार्गों में से एक है। जो रंदौली, नागल, कमालपुर, डबकौली सहित अनेक गांवों और यूपी के बड़े क्षेत्र को इन्द्री से जोड़ता है। उत्तर प्रदेश के कितने ही लोग इन्द्री पहुंचने के लिए इस रास्ते का प्रयोग करते रहे हैं। लेकिन पिछले लंबे समय से आवर्धन नहर के पुल बनाने का कार्य शुरू हुआ तो पुराने पुलों को तोड़ दिया गया। उधर, पहाड़ी क्षेत्रों में हुई तेज बरसात के बाद आवर्धन नहर में पानी छोड़ने की मजबूरी हो गई। अस्थायी पुल को भी खत्म कर दिया गया।
किसान नेता मंजीत लाल्लर व देसराज कांबोज का कहना है कि बहुत से किसानों के गांव नहर के एक तरफ हैं और जमीनें दूसरी तरफ। उन्हें लंबी यात्रा करके अपने खेत से घर और घर से खेत पहुंचना पड़ता है। उन्होंने कहा कि सड़कें किसी भी क्षेत्र की तरक्की का आधार होती हैं। लेकिन इन्द्री क्षेत्र में खस्ताहाल सड़कों और नहर पर पुल नहीं होने के कारण लोगों की यात्राएं सजा बन गई हैं। अध्यापक नरेश कुमार, राजेश कुमार व विवेक कुमार का कहना है कि इन्द्री से ब्याना जाने के लिए आवर्धन नहर पर पुल नहीं होने के कारण उन्हें नन्हेड़ा, बदरपुर होकर अपने गंतव्य तक जाना पड़ता है। गांव मुरादगढ़ निवासी अध्यापक बलराज ने बताया कि वे मुख्य मार्ग अवरुद्ध होने के कारण फाजिलपुर की तरफ से आवर्धन नहर पार करते हैं।
गुुंजन कैहरबा/निस
इन्द्री, 12 अक्तूबर
इन्द्री-मुरादगढ़-गढ़पुर खालसा-ब्याना मार्ग क्षेत्र के महत्वपूर्ण मार्गों में से एक है। जो रंदौली, नागल, कमालपुर, डबकौली सहित अनेक गांवों और यूपी के बड़े क्षेत्र को इन्द्री से जोड़ता है। उत्तर प्रदेश के कितने ही लोग इन्द्री पहुंचने के लिए इस रास्ते का प्रयोग करते रहे हैं। लेकिन पिछले लंबे समय से आवर्धन नहर के पुल बनाने का कार्य शुरू हुआ तो पुराने पुलों को तोड़ दिया गया। उधर, पहाड़ी क्षेत्रों में हुई तेज बरसात के बाद आवर्धन नहर में पानी छोड़ने की मजबूरी हो गई। अस्थायी पुल को भी खत्म कर दिया गया।
किसान नेता मंजीत लाल्लर व देसराज कांबोज का कहना है कि बहुत से किसानों के गांव नहर के एक तरफ हैं और जमीनें दूसरी तरफ। उन्हें लंबी यात्रा करके अपने खेत से घर और घर से खेत पहुंचना पड़ता है। उन्होंने कहा कि सड़कें किसी भी क्षेत्र की तरक्की का आधार होती हैं। लेकिन इन्द्री क्षेत्र में खस्ताहाल सड़कों और नहर पर पुल नहीं होने के कारण लोगों की यात्राएं सजा बन गई हैं। अध्यापक नरेश कुमार, राजेश कुमार व विवेक कुमार का कहना है कि इन्द्री से ब्याना जाने के लिए आवर्धन नहर पर पुल नहीं होने के कारण उन्हें नन्हेड़ा, बदरपुर होकर अपने गंतव्य तक जाना पड़ता है। गांव मुरादगढ़ निवासी अध्यापक बलराज ने बताया कि वे मुख्य मार्ग अवरुद्ध होने के कारण फाजिलपुर की तरफ से आवर्धन नहर पार करते हैं।
Advertisement
जनता के साथ धोखा : कांग्रेस
पूर्व विधायक एवं कांग्रेस नेता राकेश कांबोज व गत विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की प्रत्याशी रही डॉ. नवजोत कश्यप ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार ने जनता को धोखा दिया है। लोगों ने अच्छे दिनों की उम्मीद में सरकार चुनी थी, लेकिन सरकार की उदासीनता के कारण नारकीय स्थिति झेलनी पड़ रही है।
आज से शुरू होगा अस्थायी पुल : कार्यकारी अभियंता
सिंचाई विभाग के कार्यकारी अभियंता नवतेज सिंह का कहना है कि आवर्धन नहर पर अस्थायी पुल शुक्रवार को चालू कर दिया जाएगा। दो माह में नया पुल बना दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि आवर्धन नहर में पानी पहले ही बंद कर दिया गया है जिससे निर्माण कार्य तेज गति से किया जाएगा।
Advertisement
Advertisement