अब विकास के साथ जरूरी हुआ पर्यावरण बचाना
चंडीगढ़, 11 अप्रैल (ट्रिन्यू)
अब लोग सिर्फ सुंदर और मजबूत घर नहीं चाहते, बल्कि ऐसे घर भी चाहते हैं जो पर्यावरण को नुकसान न पहुंचाएं। यही कारण है कि आजकल निर्माण और घर की साज-सज्जा में सस्टेनेबिलिटी यानी टिकाऊपन पर सबसे ज़्यादा ध्यान दिया जा रहा है। अब लोग फ्लोरिंग के लिए सेरेमिक की जगह इंजीनियर्ड वुड और विनाइल जैसी टाइल्स पसंद कर रहे हैं। ये न सिर्फ दिखने में अच्छी हैं, बल्कि पर्यावरण के लिए भी बेहतर मानी जाती हैं। बिरलानू के एमडी और सीईओ अक्षत सेठ बताते हैं कि अब कंपनी का फोकस ऐसे ऑर्गेनिक और सस्टेनेबल उत्पादों पर है, जिनमें हानिकारक केमिकल्स और हैवी मेटल्स का कम से कम इस्तेमाल हो।
एक और नया ट्रेंड है DIY यानी डू-इट-योरसेल्फ। अब लोग खुद ही टाइल्स मंगाकर उन्हें लगवा रहे हैं। इससे खर्च भी कम होता है और समय की भी बचत होती है। अब ग्राहक सिर्फ कीमत नहीं, बल्कि यह भी देखते हैं कि सामान पर्यावरण के लिए कितना सुरक्षित है। जो चीज़ें दोबारा इस्तेमाल हो सकें या रिसाइकल की जा सकें, उनकी मांग लगातार बढ़ रही है।