अब सभी आपात हेल्पलाइन होंगी 112 के साथ कनेक्ट
चंडीगढ़, 6 सितंबर (ट्रिन्यू)
हरियाणा के मुख्य सचिव संजीव कौशल ने अधिकारियों को 15 सितंबर तक महिला हेल्पलाइन (1091), एनएचएआई (1033) और आपदा प्रबंधन हेल्पलाइन (1070 और 1077) को एकीकृत करने के निर्देश दिए। इन सभी हेल्पलाइन को ‘डायल-112’ के साथ कनेक्ट किया जाएगा। यानी किसी भी तरह की आपात स्थिति में केवल एक ही नंबर डायल करने पर सभी प्रकार की सुविधाएं मिल सकें। वे बुधवार को यहां 12वीं राज्य अधिकार प्राप्त समिति (एसईसी) की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।
बैठक में बताया गया कि 33 दुर्गा शक्ति रैपिड एक्शन फोर्स (डीएसआरएएफ) वाहनों को आधिकारिक तौर पर हरियाणा 112 आपातकालीन प्रतिक्रिया वाहन (ईआरवी) बेड़े में शामिल है। यह विशेष रूप से महिलाओं की आपात स्थितियों से निपटने के लिए डिजाइन किए हैं। अग्निशमन सेवा (101) को हरियाणा 112 के साथ सफलतापूर्वक एकीकृत किया है। राज्यभर में अतिरिक्त 300 अग्निशमन वाहनों को प्रथम प्रतिक्रियाकर्ता के रूप में शामिल किया है। पुलिस ईआरवी के औसत प्रतिक्रिया समय में उल्लेखनीय सुधार हुआ है। अगस्त-2022 में 9 मिनट और 5 सैकेंडे में लोगों को सेवा मिल रही थी। वहीं इस साल अगस्त में यह घटकर 8 मिनट और 28 सेकेंड रह गई है। यानी डायल-112 पर फोन आने के बाद संबंधित व्यक्ति के पास औसतन इतनी देर में अमरजेंसी सेवा पहुंची है। सभी घटनाओं में से 75 प्रतिशत से अधिक मामलों में 10 मिनटों में प्रतिक्रिया दी जा रही है। उन्होंने अधिकारियों को राज्य में 2 अक्टूबर तक हरियाणा की डायल 112 आपातकालीन प्रतिक्रिया सहायता प्रणाली (ईआरएसएस) का कुशल संचालन सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए।
108 हेल्पलाइन भी जारी रखने पर बल
ईआरएसएस में पुलिस (112/100), एम्बुलेंस (108), फायर ब्रिगेड (101), महिला हेल्पलाइन (1091), ट्रैफिक हेल्पलाइन (1073), बधिर और मूक पीड़ित, साइबर हेल्पलाइन (1930), दुर्गा शक्ति एप, डीएसआरएएफ वाहन, एनएचएआई (1033) और आपदा प्रबंधन हेल्पलाइन (1070 और 1077) जैसी हेल्पलाइन को अब डायल-112 के साथ कनेक्ट किया जा चुका है या किया जा रहा है। उन्होंने आपातकालीन परिस्थितियों का सामना करने वाले नागरिकों के लिए 112 हेल्पलाइन के संचालन की आवश्यकता पर बल दिया। साथ ही गैर-आपातकालीन उद्देश्यों के लिए 108 हेल्पलाइन को भी जारी रखने की आवश्यकता पर बल दिया।