अब सधी चाल चलने लगे अक्षय
अभिनेता अक्षय कुमार अपने कैरियर की प्लानिंग बड़ी समझदारी से करते हैं। अब वे सब्जेक्ट बेस्ड फिल्मों को भी तवज्जो दे रहे हैं। बेशक पहले वह कुछ ऊटपटांग फिल्में ज्यादा करते रहे। कभी-कभी उनके फिल्मी चयन के बारे में नकारात्मक बात सामने आयी भी, पर हर ऐसी स्थिति से वे उबर गये। अब वे संजीदा निर्देशकों से संपर्क कर रहे हैं।
असीम चक्रवर्ती
‘मिशन रानीगंज’, ‘ओ माई गॉड-2’, ‘स्काई फोर्स’ और अब ‘केसरी-2’... अभिनेता अक्षय कुमार ने एक के बाद एक विषय आधारित फिल्मों में काम करके इस बात का साफ संकेत दे दिया है कि आगे वह कैसी फिल्मों को प्राथमिकता देना चाहते हैं। जबकि अक्सर ही सुनने को मिलता है कि खान अभिनेताओं की ही नहीं, अक्षय की भी विदाई जल्द हो जाएगी। औरों की बात जाने दें, तो अक्षय हर बार कुछ न कुछ रंग दिखाकर अपनी स्थिति मजबूत कर लेते हैं। जानिये कैसे और क्यों-
दो फिल्मों ने धारणा बदल दी
अक्षय की विडंबना यह है कि वह अच्छी कम और ऊटपटांग फिल्में ज्यादा करते हैं। अब जैसे कि ‘ओ माई गॉड 2’ और ‘मिशन रानीगंज’ जैसी अच्छी फिल्मों के बाद उन्होंने ‘बड़े मियां छोटे मियां’, ‘सरफिरा’ जैसी बेसिर-पैर की फिल्मों की झड़ी लगा दी थी। ऐसे में जब उनके फिल्मी चयन को लेकर ढेरों सवाल सामने आते हैं, तब ‘स्काई फोर्स’ और ‘केसरी-2’ जैसी फिल्मों की तारीफ ने उन्हें चकित कर दिया है। खास तौर से ‘केसरी-2’ को जिस तरह से दर्शकों ने प्रमोट किया है, उससे वह खुद बहुत उत्साहित हैं। उनकी अगली फिल्म ‘जॉली एलएलबी-3’ 19 सितंबर को आएगी। इसकी पिछली फ्रेंचाइजी में अक्षय की न सिर्फ बहुत तारीफ हुई बल्कि फिल्म भी बहुत अच्छी बनी थी। जाहिर है, वह इसके तीसरे भाग में अपनी परफॉर्मेंस को लेकर बहुत गंभीर हैं। इसके निर्देशक सुभाष कपूर पर उन्हें भरोसा है। वह बताते हैं, ‘उन्होंने इसके पिछले दो भागों में अपनी काबिलियत दिखा दी थी, इसलिए जगदीश्वर मिश्रा के अपने इस किरदार को लेकर इस बार भी बहुत उत्साहित हूं।’
क्या है मजबूरी
इसमें कोई संदेह नहीं है कि उन्होंने एक पक्का निर्णय ले लिया है। जिसके चलते नीरज पांडे से उन्होंने फिर संपर्क किया है। शायद बहुत कम लोगों को पता हो कि नीरज पांडे की एक बहुत उम्दा फिल्म ‘स्पेशल 26’ के बाद उन्होंने दोबारा उनके साथ काम नहीं किया। अब वे खुद ऐसे संजीदा निर्देशकों से संपर्क कर रहे हैं। जिनमें लव रंजन का भी नाम आता है। उन्होंने अपने एक प्रिय निर्देशक प्रियदर्शन को भी फिर से याद किया है। अब वे अपने कुछ गिने-चुने सलाहकारों पर ज्यादा यकीन न करके नए लोगों पर अपना ध्यान ज्यादा केंद्रित कर रहे हैं। इसी वजह से ‘मिशन रानीगंज’ के लेखक-निर्देशक टीनू सुरेश देसाई की अगली फिल्म भी वह कर रहे हैं। बावजूद इसके, शुद्ध मसाला फिल्में भी वह योजनाबद्ध ढंग से कर रहे हैं—‘हाउसफुल-5’, ‘वेलकम टू जंगल’, ‘हेरा फेरी-3’, ‘भूत बंगला’ जैसी फिल्में भी कर रहे हैं। अक्षय इस बारे में कहते हैं, ‘इन निर्माताओं के साथ मैं कई सालों से फिल्में कर रहा हूं। हमारे पेशे में संबंधों का निर्वहन बहुत जरूरी होता है। खैर, विषय आधारित फिल्मों का महत्व मैं भी अच्छी तरह से जानता हूं। ऐसी फिल्मों की स्क्रिप्ट पर मेरी गहरी नजर होती है।’
नयी स्ट्रेटजी क्या है
असल में अक्षय अपनी मार्केटिंग स्थिति को लेकर काफी सतर्क रहते हैं। जिसके चलते उन्होंने अपनी सोच में काफी बदलाव किया है। एक अरसे से उन्होंने अपनी लाइफस्टाइल में बड़ा परिवर्तन किया है। जल्दी सोना और जल्दी उठना काफी दिनों से उन्होंने अपनी आदत बना रखी है। नियमित व्यायाम और खानपान के वह जबरदस्त कायल हैं। फिल्मी पार्टियों या समारोहों से वह हमेशा बचते हैं। वह कहते हैं—‘ मेरे लिए नियम से जीवन जीना सबसे जरूरी है। सिर्फ ग्लैमर इंडस्ट्री में ही नहीं, आप किसी भी क्षेत्र में काम कीजिए, अपने जीवन को हमेशा कंट्रोल करके चलना पड़ेगा।’
कभी एक बातचीत के दौरान अभिनेता आमिर खान और अजय देवगन ने जमकर अक्षय की जीवनशैली की तारीफ की थी। इसके साथ ही उम्र के तकाज़े को समझते हुए उन्होंने परदे पर हीरोइन के साथ रोमांस एकदम बंद कर दिया है। हाल-फिलहाल की उनकी फिल्मों में हीरोइन की स्थिति को देखकर आप समझ गए होंगे। इससे जाहिर है वह कितनी समझदारी से अपने कैरियर की प्लानिंग करते हैं। ताकि किसी भी तरह की फिल्मी पराजय उनको लपेटे में न ले सके।