नौरा-मृत्युंजय की टीम को रतन-कशमीर से कड़ी चुनौती
मनीजरा (चंडीगढ़), 3 अक्तूबर (हप्र)
आगामी 5 अक्तूबर को होने वाले पंजाब यूनिवर्सिटी टीचर्स एसोसिएशन (पूटा) के चुनाव के लिये निवर्तमान पूटा टीम के लिये रतन सिंह-कशमीर सिंह पैनल कड़ी चुनौती पेश कर रहा है वहीं अशोक कुमार की टीम मुकाबले को तिकोना बनाने के प्रयास में लगी है। रतन-कश्मीर टीम ने पूटा में पारदर्शिता लाने पर जोर देते हुए टीचर्स को सातवें वेतन आयोग के एरियर जल्द दिलाने का वादा किया। उन्होंने कहा कि उनकी टीम में अच्छे शिक्षाविद होने के साथ-साथ अच्छे प्रशासक भी हैं इसलिये वे इस काम को ज्यादा अच्छे तरीके से और जल्द करा सकते हैं।
अमरजीत नौरा की टीम पर तंज कसते हुए रतन ने कहा कि निवर्तमान टीम चार-पांच बंदों के आसपास ही घूमती है, कभी कोई प्रधान बन जाता है तो कभी सचिव बन जाता है। उन्होंने डेंटल फैकल्टी को कैस (करिअर एडवांस्मेंट स्कीम) प्रमोशन के लिये पहल के आधार पर उनकी एप्लीकेशन्स प्रोसेस कराने का भी वादा किया। उन्होंने वादा किया कि पास्ट सर्विस काउंट के मसले को भी वे पूरी संजीदगी से हल करायेंगे। उनकी टीम के सचिव पद के लिये खड़े कश्मीर सिंह ने कहा कि रिटायरमेंट ऐज 65 साल कराने और सभी को पुरानी पेंशन दिलाने पर वे गंभीरता से काम करेंगे।
उनकी प्राथमिकताओं में खाली पड़े 600 पदों पर भर्ती कराने की भी रहेगी। उन्होंने टीचर्स के हर तरह बिलों को पास कराने में होने वाले दिक्कतों को दूर कराने का भी वादा किया। प्रो. नवदीप गोयल की छत्रछाया में खड़ा यह ग्रुप इस बार केशव मल्होत्रा के ग्रुप को कड़ी टक्कर दे रहा है, जिसमें इस बार पुरानी टीम के कई अन्य सदस्य भी मिल गये हैं। प्रो. नवदीप गोयल ने कहा कि पिछली पूटा में पारदर्शिता नहीं थी। चुनाव नवंबर में हो जाने के बावजूद मई माह में मीटिंग की। सीनेट के लिये नाम पर रजामंदी में ही काफी वक्त लगा दिया। इसके बाद जीबीएम व अन्य कार्यकारिणी बैठकें तय समय पर नहीं करवायी, यही कारण है कि इस बार लोग उनसे नाराज हैं। रतन-कशमीर पैनल से उप-प्रधान के सुमन सुमी, संयुक्त सचिव के लिये माधुरी ऋषि और कोषाध्यक्ष के लिये विशाल शर्मा चुनाव लड़ रहे हैं।
वहीं, दूसरी ओर अमरजीत नौरा-मृत्युंजय टीम ने अपने भविष्य के एजेंडे और पिछले कार्यकाल के दौरान की गई प्रमुख उपलब्धियों को गिनाया। प्रोफेसर अमरजीत सिंह नौरा अध्यक्ष पद और डॉ. मृत्युंजय कुमार सचिव पद के लिए चुनाव मैदान में हैं। अपनी टीम के सदस्यों के साथ उन्होंने बताया कि कैसे उनकी टीम ने विपरीत परिस्थितियों में दृढ़संकल्प के साथ शिक्षकों की भलाई के लिए सभी बाधाओं के बावजूद अथक प्रयास किया। उन्होंने याद दिलाया कि अधिकारियों का उन्हें धमकाने-डराने वाला रवैया उनके उत्साह को कम करने में विफल रहा और वे पूरी प्रतिबद्धता के साथ शिक्षण समुदाय के विभिन्न वर्गों के सामने आने वाले मुद्दों को सुलझाने के लिए काम करते रहे। चाहे वह सातवें वेतन आयोग का कार्यान्वयन हो, पीयू कैलेंडर के अनुसार विश्वविद्यालय के शासकीय ढांचे की बहाली हो, कैस के तहत शिक्षकों की पदोन्नति हो और डेंटल संकाय के लिए एनपीए जारी रखना हो, 300 दिनों की अर्जित छुट्टी का नकदीकरण हो। नौरा का दावा है कि उनकी टीम ने बिना किसी पक्षपात और भेदभाव के काम किया है। पूरी तरह से शिक्षक समर्थक एजेंडे के साथ हैं, जिसमें 7वें वेतन आयोग का एरियर जारी करना, पंजाब सरकार की तर्ज पर सभी के लिए पुरानी पेंशन योजना लागू करना, डेंटल संकाय में सीएएस पदोन्नति की प्री-स्क्रीनिंग और प्रक्रिया में तेजी लाना, पीडि़त शिक्षकों को राहत देना शामिल है।
उन्होंने कहा कि टीचिंग कम्युनिटी बुद्धिमान है वह किसी के जाल में नहीं फंसेगी। हालांकि अशोक कुमार की टीम ने कोई औपचारिक बैठक कर मीडिया को एजेंडा के बारे में नहीं बताया लेकिन उन्होंने रतन सिंह-कशमीर पैनल को नौरा टीम को आपस में मिला हुआ बताया। नौरा की टीम में उप-प्रधान के लिये तंजीर कौर, संयुक्त सचिव पद के लिये सुरिंदर पाल सिंह और कोषाध्यक्ष पद के लिये नीरज अग्रवाल चुनाव मैदान में हैं। पूटा चुनाव को लेकर टीचर्स वॉइस यूनाइटेड फ्रंट (टीवीयूएफ) की टीम ने आज प्रो. अशोक कुमार की अगुवाई में पंजाब विश्वविद्यालय के सेक्टर-25 के साउथ कैंपस में चुनाव प्रचार किया।