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Boycott of Voting: इस गांव में एक भी मतदाता ने नहीं किया मतदान, जानें वजह

03:37 PM May 25, 2024 IST
यमुनानगर के टापू माजरी गांव में मतदाताओं का इंतजार करते चुनाव अधिकारी। छाया हप्र
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सुरेंद्र मेहता/अरविंद शर्मा, यमुनानगर,जगाधरी 25 मई

Boycott of Voting:  हरियाणा के यमुनानगर में उत्तर प्रदेश सीमा पर सटा राज्य का एक ऐसा गांव जहां के लोगों ने चुनाव से पहले ही बहिष्कार (Boycott of Voting) का ऐलान कर दिया था। उसी के चलते आज मतदान केंद्र बनाए जाने के बाद एक भी मतदाता ने आकर मतदान नहीं किया।

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यमुनानगर के माजरी टापू गांव अंबाला संसदीय क्षेत्र में आता है। यहां तक पहुंचने के लिए यमुना के पानी से होकर गुजरना पड़ता है ।उसके लिए नाव का सहारा लेना पड़ता है। गांव के लोग वर्षों से यहां पुल बनाने की मांग कर रहे हैं, लेकिन किसी भी सरकार ने उनकी नहीं सुनी। यही कारण है कि उन्होंने मतदान का बहिष्कार किया।

यमुनानगर के टापू माजरी गांव में जाने के लिए बाइक सहित नाव पर बैठे युवक। छाया हप्र

कालूराम नंबरदार टापू माजरी ने बताया कि लोग अपनी जान जोखिम में डालकर यहां पहुंचने को मजबूर हैं। इसके साथ लगभग एक दर्जन गांव ऐसे हैं जिनका यमुना के उस पार आना-जाना रहता है। अगर यह लोग सरसावा सहारनपुर से जाते हैं तो लगभग 40 किलोमीटर का सफर पड़ता है।

लोगों का कहना है कि वह पिछले लंबे समय से पुल बनाने की मांग को लेकर संघर्ष कर रहे हैं। नेता चुनाव से पहले आते हैं वादे कर जाते हैं और चुनाव के बाद हाथ खड़े कर लेते हैं । जिसके चलते उन्होंने भी अब अपने हाथ खड़े कर लिए हैं।

मतदान केंद्र के बाहर का दृश्य। छाया हप्र

गांव के मौजूदा सरपंच अरुण कुमार का कहना है कि उनकी लंबे समय से पुल की मांग है। बहिष्कार (Boycott of Voting) का ऐलान काफी पहले कर दिया गया था। अब आचार संहिता लगी है। अब अधिकारी डीसी, एसपी और भी अधिकारी आए हैं। उन्हे समझने का प्रयास कर रहे हैं। हर बार यही होता है इसलिए इस बार हमने वोट का बहिष्कार करने का निर्णय लिया है।

यमुनानगर के गांव टापू में मीडिया को अपनी समस्या सुनाते ग्रामीण। छाया हप्र

उन्होंने कहा कि सात आठ किलोमीटर का रास्ता हमें 40 -50 किलोमीटर अधिक जाना पड़ता है। कई बार बीमारी होती है मजबूरी होती है, लेकिन यहां सुनने वाला कोई नहीं है। उन्होंने बताया कि इस गांव में 550 वोट हैं इसके साथ लगते घोड़ा पीपली गांव में 1600 वोट हैं। दोनों गांव के लोगों ने बहिष्कार का ऐलान किया है। उनके साथ कुछ और गांव भी हैं जो अगले चुनाव में भी बहिष्कार कर सकते हैं।

टापू माजरी के लोगों को समझाने बुझाने के लिए यमुनानगर के उपायुक्त मनोज कुमार, पुलिस अधीक्षक गंगाराम पूनिया दो दिन पहले पहुंचे थे, लेकिन लोग अपनी मांग पर अड़े रहे और बहिष्कार जारी रखने का ऐलान किया।

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आज भी डीडीपीओ नरेंद्र सिंह मौके पर पहुंचे। वह लगातार ग्रामीणों को समझाने बुझाने का प्रयास करते रहे, लेकिन अभी भी ग्रामीण अपनी जिद पर अड़े हुए हैं और अभी तक एक भी व्यक्ति ने मतदान नहीं किया है।

वहीं यमुनानगर के सिटि मजिस्ट्रेट पियूष गुप्ता का कहना है कि लोगों को समझने का काफी प्रयास किया गया, लोगों से अपील की जा रही है कि वह मतदान अवश्य करें। उन्होंने कहा कि इस समय चुनाव आचार संहिता लागू है जिसके चलते कोई काम नहीं हो सकता।उन्होंने ग्रामीणों को भरोसा दिलाया कि चुनाव प्रक्रिया समाप्त होने के बाद उनके कार्य के लिए प्रयास किया जाएगा।

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