मुख्य समाचारदेशविदेशखेलपेरिस ओलंपिकबिज़नेसचंडीगढ़हिमाचलपंजाबहरियाणाआस्थासाहित्यलाइफस्टाइलसंपादकीयविडियोगैलरीटिप्पणीआपकी रायफीचर
Advertisement

एक भी लिविंग रिलेशनशिप सक्सेसफुल नहीं : रेनू भाटिया

08:03 AM Jan 08, 2025 IST
यमुनानगर में आयोजित कार्यक्रम में भाग लेती हरियाणा राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष रेनू भाटिया एवं अन्य। -हप्र

सुरेंद्र मेहता/हप्र
यमुनानगर, 7 जनवरी
हरियाणा के यमुनानगर पहुंची हरियाणा राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष रेनू भाटिया ने कहा कि लिविंग रिलेशनशिप सक्सेसफुल नहीं है। महिला सरपंचों को संबोधित करने यमुनानगर पहुंची महिला आयोग की अध्यक्ष रेनू भाटिया ने कहा कि उनके पास 10 से 12000 केस लिविंग रिलेशनशिप के आए, इनमें से 60% के मोबाइल और इंस्टाग्राम एवं सोशल मीडिया के अन्य प्लेटफार्म के माध्यम से रिलेशन शादी में बदले। हालांकि एक भी रिलेशनशिप सक्सेसफुल नहीं हुई।
उन्होंने कहा कि इसलिए वह कभी-कभी इन्हें अभिशाप का  नाम देती हैं। हालांकि वह न तो कानून से ऊपर हैं, न ही उन
लोगों से ऊपर हैं जिन्होंने इसके नियम तय किए हैं। लेकिन वह मानती हैं कि लिविंग रिलेशनशिप सक्सेसफुल नहीं रहती।
इससे पहले राज्य महिला आयोग और मार्था फैरल फाउंडेशन ने यमुनानगर के अम्बेडकर भवन में महिला सरपंचों के साथ महिला सुरक्षा विषय पर एक कार्यशाला का आयोजन किया। राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष रेनू भाटिया ने भीमराव अंबेडकर को नमन करते हुए चर्चा की शुरुआत की। महिला आयोग की अध्यक्ष रेनू भाटिया ने कार्यक्रम में आई महिला सरपंचों को महिला आयोग की कार्यशैली के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि आयोग महिलाओं के साथ होने वाली किसी भी प्रकार की हिंसा के खिलाफ है और जो ऐसी हिंसा को करता है, आयोग उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करता है। उन्होंने भारत सरकार द्वारा बाल विवाह मुक्त भारत अभियान पर जोर देते हुए सभी से आग्रह किया कि सरपंच होने के नाते यह उनकी जिम्मेदारी बनती है कि वह अपने पंचायत में बाल विवाह को पूर्णत रोकें और इसके लिए लोगों को जागरूक करें।
पिछले दिनों राष्ट्रपति भवन में हुए एक कार्यक्रम पंचायत से पार्लियामेंट का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति ने बहुत साफ संदेश दिया है कि सरपंच महिला पंचायतों में पुरुषों की किसी भी तरीके से दखलंदाजी नहीं होनी चाहिए। महिला सरपंच अपनी पंचायतों का निर्णय स्वतंत्रता से लें और अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करें। इसके बाद मार्था फैरल फाउंडेशन से आई रिद्धिमा राठी ने लिंग आधारित हिंसा पर महिलाओं को स्वयं के लिए खड़े रहने और लड़ने के लिए प्रेरित किया । इसी संस्था से आए पीयूष पोद्दार ने कार्यस्थल पर महिलाओं का यौन उत्पीड़न (रोकथाम, निषेध और निवारण) अधिनियम के बारे में विस्तार से बताया। कार्यक्रम में यमुनानगर की पुलिस प्रोटेक्शन ऑफिसर अरविन्द्र कौर ने महिलाओं और लड़कियों की सुरक्षा पर जोर देते हुए कहा कि सभी को घर से ही सुरक्षा की शुरुआत करनी है। इस मौके पर डीडीपीओ नरेन्द्र सिंह, एसएचओ बलजीत कौर, सीडीपीओ तरविन्द्र कौर, अंकुर भारद्वाज सहित विभिन्न ग्राम पंचायतों की महिला सरपंच उपस्थित रहीं।

Advertisement

Advertisement