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हिमाचल में आसमानी आफत से जमींदोज हुई आम जिंदगी

07:48 AM Aug 02, 2024 IST
बादल फटने के कारण मनाली-चंडीगढ़ हाईवे का एक हिस्सा बह गया। - प्रेट्र
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ज्ञान ठाकुर/प्रेम राज काश्यप/पुरुषोत्तम चंद
शिमला/रामपुर बुशहर/मंडी, 1 अगस्त
मानसूनी मौसम के दौरान अगस्त की शुरुआत हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश, बाढ़ के कारण तबाही के साथ हुई। आसमान से ऐसी आफत बरसी कि आम जिंदगी जमींदोज हो गयी। बादल फटने की आपदाओं में पांच लोगों की मौत हो गई, 50 लोग लापता हैं। कई घर तबाह हो गए और एक बस समेत दर्जनों वाहन बह गये। बचाव के लिए सेना, एनडीआरएफ, आईटीबीपी, सीआईएसएफ, होमगार्ड्स के साथ ही स्थानीय इकाइयों को लगाया गया है। रामपुर बुशहर और निरमंड की श्रीखंड महादेव यात्रा मार्ग के अलावा शिमला, मंडी और कुल्लू में बादल फटने से भारी तबाही हुई।
बादल फटने से पिन पार्वती नदी का जलस्तर बढ़ा जिसमें एक बस बह गई। मलाणा में पावर प्रोजेक्ट एडिट 1 और एडिट 2 को भारी नुकसान पहुंचा है। निरमंड के एसडीएम मनमोहन सिंह, तहसीलदार जय गोपाल शर्मा टीम के साथ बचाव कार्य पर नजर बनाए हुए हैं। शिमला के उपायुक्त अनुपम कश्यप और एसपी संजीव गांधी ने भी आपदाग्रस्त क्षेत्र का दौरा किया। मंडी के डीसी अपूर्व देवगन ने बताया कि हालात को देखते हुए स्कूलों में छुट्टी कर दी गई। यहां के एडीएम डॉ. मदन कुमार ने बताया कि लापता लोगों की खोज में टीमें जुटी हैं। यहां के एसडीएम ओम कांत ठाकुर ने लोगों से व्यास नदी से दूर रहने का आग्रह किया है।
इस बीच, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से बात की और हर संभव मदद का भरोसा दिया। शाह के अलावा सुक्खू की लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और महासचिव प्रियंका गांधी से भी बात हुई। उधर, मौसम का यह आलम है कि आपदाग्रस्त क्षेत्रों में दौरा करने जा रहे सीएम के हेलकॉप्टर को लौटना पड़ा। सुक्खू ने शिमला में वरिष्ठ अधिकारियों के साथ आपात बैठक की। उन्होंने कहा कि लोगों के जीवन की सुरक्षा प्रदेश सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। पूरी मशीनरी युद्धस्तर पर राहत एवं पुनर्वास में जुटी हुई है। इस बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि आपदा की इस घड़ी में केंद्र सरकार हिमाचल की जनता के साथ खड़ी है।

तीन पुल और 6 सड़कें क्षतिग्रस्त, ड्रोन से रख रहे नजर

भारी बारिश से एक राष्ट्रीय राजमार्ग और पांच सड़कें अवरुद्ध हैं। हिमाचल में तीन पुल क्षतिग्रस्त हुए हैं। सीएम सुक्खू ने बताया कि हालात पर नजर रखने के लिए पुलिस को पांच ड्रोन दिए जा रहे हैं। कुल 13 स्थानों पर आपातकालीन केंद्र स्थापित किए गए हैं।
टला नहीं संकट, रेड अलर्ट जारी कांगड़ा, कुल्लू और मंडी जिलों में भारी से बहुत भारी वर्षा का रेड अलर्ट जारी किया गया है। चंबा के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इसके अलावा पांच जिलों में बाढ़ की चेतावनी दी गयी है। मौसम विभाग ने आगामी 7 अगस्त तक राज्य में अधिकांश स्थानों पर मानसून की वर्षा जारी रहने की संभावना जताई है।

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उत्तराखंड में 12 की मौत, केदारनाथ यात्रा टालने की सलाह

देहरादून (एजेंसी) : उत्तराखंड में भी जगह-जगह भारी बारिश हो रही है। लोगों से केदारनाथ यात्रा स्थगित करने का आग्रह किया गया है। इस बीच, विभिन्न स्थानों पर वर्षा संबंधी घटनाओं में 12 व्यक्तियों की मृत्यु हो गयी। कई इलाकों में अनेक यात्रियों को हेलीकॉप्टर से सुरक्षित निकाला गया। हरिद्वार में भी भारी बारिश हुई है।

मकान के बेसमेंट में पानी भरा, तीन की गयी जान

जयपुर (एजेंसी) : राजस्थान के जयपुर शहर में एक मकान के ‘बेसमेंट’ में बारिश का पानी भर जाने से एक पुरुष, एक महिला और उसकी भतीजी डूब गयी। सड़क पर जमा बरसाती पानी के दबाव के कारण मकान की एक दीवार गिर गई और पानी बेसमेंट में घुस गया।

दिल्ली में पांच की मौत

नयी दिल्ली (एजेंसी) : राष्ट्रीय राजधानी में भारी बारिश के कारण 27 इमारतें ढह गयीं। हादसों में पांच लोगों की मौत हो गयी और तीन घायल हैं। पूरी दिल्ली जाम की चपेट में है। पेड़ गिरने की 50 सूचनाएं भी पुलिस को मिलीं। जगह-जगह जल भराव के कारण स्कूल में छुट्टी की गयी।

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