बारिश की तेज रफ्तार से थम गया आम जनजीवन
नयी दिल्ली/चंडीगढ़, 26 जून (एजेंसी/ट्रिन्यू)
तय समय से पहले एंट्री मारने वाले मानसून के बादल ऐसे बरसे कि आम जनजीवन जैसे थम सा गया। बारिश के कारण गर्मी से तो राहत मिली, लेकिन मुसीबतें भी साथ आईं। उधर, मौसम विभाग का अनुमान है कि जून के अंत तक बारिश का ऐसा ही दौर चलता रहेगा। हिमाचल, जम्मू-कश्मीर, राजस्थान एवं उत्तराखंड के कई इलाकों में अलर्ट जारी किया गया है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा कि दक्षिण पश्चिम मानसून उत्तरी अरब सागर, गुजरात, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में सक्रिय हो रहा है।
हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले के औट में भीषण बारिश से अचानक आई बाढ़ और भूस्खलन के कारण चंडीगढ़-मनाली राजमार्ग अवरुद्ध होने से सैकड़ों यात्री फंस गए। अधिकारियों के मुताबिक राज्य में कुल 301 मार्ग बंद हैं। कई सड़कों पर बड़े-बड़े पत्थर गिर गए हैं जिन्हें हटाने में वक्त लग रहा है। आलम यह है कि कुछ रास्तों पर आवाजाही शुरू होने में चार से पांच दिन लग सकते हैं क्योंकि राहत कार्यों में बारिश भी खलल डाल रही है। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अनुसार प्रदेश में मानसून के आगमन के बाद अब तक 3 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि एक व्यक्ति लापता है। भारी वर्षा के कारण 13 घर और 12 वाहन क्षतिग्रस्त हो गए हैं, जबकि दर्जनों मवेशी भी मारे जा चुके हैं। अनुमान है कि 2 करोड़ 56 लाख रुपये का नुकसान हो चुका है। उधर, सोमवार को हरियाणा, पंजाब के कई इलाकों एवं दोनों राज्यों की राजधानी चंडीगढ़ में भी मूसलाधार बारिश हुई।
मौसम विभाग के मुताबिक हरियाणा के नारनौल में 24 मिलीमीटर, करनाल में 22.1 और कुरुक्षेत्र में 19.5 मिलीमीटर बारिश हुई। पंजाब के अमृतसर में सबसे अधिक 113.2 मिलीमीटर बारिश हुई। इसके बाद गुरदासपुर में 26.7 मिलीमीटर, फरीदकोट में 24.8 मिलीमीटर बारिश हुई। लगातार तेज बारिश के कारण सड़कों पर बहुत ज्यादा पानी भर गया जिससे वाहनों को आने-जाने में खासी दिक्कत हुई। राजस्थान में सोमवार को बिजली गिरने से चार लोगों की मौत हो गई।
बत्ती भी गुल, पानी बंद
बारिश के कारण अनेक जगहों पर बत्ती भी गुल हो गयी। साथ ही पानी की सप्लाई भी प्रभावित हुई। कुछ जगहों पर एहतियातन बिजली कट करना पड़ा। हिमाचल प्रदेश के अधिकारियों ने कहा कि राज्य में 140 ट्रांसफार्मर खराब हो गए। हरियाणा, पंजाब एवं चंडीगढ़ में भी बिजली की आंखमिचौली जारी रही। हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में तो लोगों को सप्लाई वाले पानी की भारी किल्लत हो रही है।
जम्मू-श्रीनगर राजमार्ग बंद
भारी बारिश के बाद हुए भूस्खलन से जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग और अन्य सड़कें बंद कर दी गईं। रामबन में दसवीं कक्षा तक के स्कूल बंद कर दिए गए हैं। अधिकारियों ने कहा कि भूस्खलन के कारण सीमावर्ती जिलों पुंछ और राजौरी को दक्षिण कश्मीर के शोपियां जिले से जोड़ने वाले मुगल रोड पर भी कई घंटे तक यातायात बाधित रहा।