हिमाचल में कोरोना बंदिशों में राहत नहीं, सभी शिक्षण संस्थान 4 सितंबर तक बंद
ज्ञान ठाकुर/निस
शिमला, 24 अगस्त
हिमाचल प्रदेश में कोरोना बंदिशों में सरकार फिलहाल कोई ढील नहीं देगी। हालांकि प्रदेशवासियों के लिए राहत की खबर ये है कि उनपर और अधिक कोरोना बंदिशें नहीं लगेंगी जैसी की आशंकाएं जताई जा रही थी। हिमाचल प्रदेश मंत्रिमण्डल की आज शिमला में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की अध्यक्षता में हुई बैठक में प्रदेश में कोरोना महामारी की स्थिति पर विस्तृत चर्चा हुई और निर्णय लिया गया कि पहले से जारी कोरोना बंदिशों में कोई ढील नहीं दी जाएगी। हालांकि नई बंदिशें भी नहीं लगाने का निर्णय लिया गया। बैठक में कहा गया कि सरकार द्वारा राज्य में कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए शिक्षण संस्थान बंद करने, बसें केवल 50 फीसदी यात्री क्षमता के साथ चलाने और हिमाचल में आने वाले लोगों के लिए ई-पास, आरटीपीसीआर नेगेटिव रिपोर्ट और कोरोना वैक्सीन की डबल डोज का प्रमाण पत्र जैसी शर्तों के कारण प्रदेश में कोरोना संक्रमण को रोकने में सफलता मिली है। ऐसे में इन बंदिशों को पहले की तरह जारी रखा जाएगा तथा धार्मिक, सामाजिक और राजनीतिक आयोजनों में भीड़ पर बंदिशें नहीं लगाई जाएंगी।
मंत्रिमण्डल ने शिक्षा विभाग में विभिन्न श्रेणियों के 4000 पद भरने को भी मंजूरी दी। इनमें ड्राईंग शिक्षकों के 820 पद और शारीरिक शिक्षा अध्यापकों के 870 पद शामिल हैं। विद्यार्थियों को उनके घर के निकट गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित करने के लिए इन 4000 पदों में से 2640 पद प्रारम्भिक शिक्षा विभाग जबकि 1360 पद उच्चतर शिक्षा विभाग में अनुबंध आधार पर भरे जाएंगे। बैठक में फैसला किया गया कि शिक्षकों के विभिन्न पद बैच आधार पर शीघ्रता से भरे जाएंगे।
मंत्रिमण्डल ने शहरी विकास विभाग द्वारा विश्व बैंक और भारत सरकार के वित्त मंत्रालय के आर्थिक मामलों के विभाग के साथ नेगोशिएशन पैकेज के प्रारूप को मंजूरी दी ताकि ग्रेटर शिमला क्षेत्र में जल आपूर्ति योजना सेवाओं में सुधार के लिए शिमला जलापूर्ति एवं सीवरेज सेवा वितरण कार्यक्रम के वित्तपोषण के लिए विश्व बैंक के माध्यम से 250 मिलियन डॉलर का वित्त पोषण किया जा सके।
67 एमएलडी के साथ शिमला जल आपूर्ति में संवर्द्धन, विशेष क्षेत्र विकास प्राधिकरण कुफरी, शोघी, घणाहट्टी और अतिरिक्त योजना क्षेत्र के लिए 2050 तक शिमला नगर निगम क्षेत्र में सभी घरेलू और व्यवसायी उपभोक्ताओं के लिए सप्ताह भर 24 घंटे जलापूर्ति और शिमला नगर निगम क्षेत्र में बेहतर मलनिकासी सेवाएं प्रदान करना है।
इस परियोजना में शिमला जिले की सुन्नी तहसील के शकरोड़ी गांव के पास सतलुज नदी से पानी उठाने की योजना बनाई गई है जिसमें संजौली में 1.6 किलोमीटर की ऊंचाई तक उठाने और 22 कि.मी की पाइप बिछाने से 67 एमएलडी पानी की वृद्धि शामिल है। इस परियोजना के अन्तर्गत नगर निगम शिमला में वितरण पाइप नेटवर्क को सप्ताह भर 24 घंटे जलापूर्ति प्रणाली में स्तरोनन्त करने का भी प्रावधान है।