रैगिंग करने की किसी को इजाजत नहीं : डॉ. संजय सिंह
यमुनानगर, 25 नवंबर (हप्र)
डेंटल कौंसिल ऑफ़ इंडिया रैगिंग करने की किसी को इजाजत नहीं देती है। रैगिंग करने वाले को इसका खमियाजा भुगतना पड़ेगा।। रैगिंग को रोकने के लिए देशभर में छात्रों को जागरूक किया जा रहा है।
यह कहना है डेंटल काउंसिल ऑफ इंडिया के सदस्य एवं दंत विज्ञान मिलिया इस्लामिया कालेज के एचओडी डॉ. संजय सिंह का, जो डीएवी डेंटल कॉलेज में रैगिंग के खिलाफ आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
कार्यक्रम की अध्यक्षता डीसीपी अंबाला डॉ. रजत गुलिया ने की। डॉक्टर सिंह ने कहा कि डेंटल कौंसिल के अंतर्गत 320 कॉलेज आते हैं और प्रतिवर्ष 27 से 28 हजार बच्चे बीडीएस में दाखिला लेते हैं। उन्होंने कहा कि जूनियर को मानसिक रूप से परेशान करना, उसकी बेइज्जती करना रैगिंग की श्रेणी में आता है। उन्होंने कहा कि डेटल काउंसिल आफ इंडिया के सदस्य देशभर के कॉलेजों का समय-समय पर निरीक्षण कर पता लगवाते हैं कि किसी कॉलेज में रैगिंग तो नहीं हुई।
डेंटल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. आईके पंडित ने बताया कि डैंटल कौंसिल आफ इंडिया की हिदायत के अनुसार रैगिंग के खिलाफ सभी उपाय किए जा रहे हैं।
जगह-जगह पर एंटी रैगिंग कमेटी के सदस्यों की सूची लगाई गई। वरिष्ठ एडवोकेट प्रमोद गुप्ता ने कहा छात्रों को अपने उज्ज्वल भविष्य की तरफ ध्यान देना चाहिए। उन्होंने कहा कि रैगिंग के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट भी बहुत सख्त है। कार्यक्रम में कॉलेज द्वारा रैगिंग के खिलाफ तैयार की गई पुस्तिका का विमोचन किया गया।
इस मौके पर रेडक्रॉस की तरफ से शशि भूषण, देवेंद्र कुमार, अभिभावक डॉ. अमरजीत सिंह, रविंदर कालिया, डॉ. नीरज गुगनानी, दो मीनू शर्मा, डॉ. रविंदर कालड़ा, डॉ. डीके सोनी मुख्य रूप से उपस्थित थे।