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एमसी कॉलोनी में नहीं किसी के पास मलकियत

01:50 PM Aug 27, 2021 IST
एमसी कॉलोनी में नहीं किसी के पास मलकियत
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अशोक शर्मा

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फतेहाबाद, 26 अगस्त

कोर्ट के आदेश पर लोकल कमीशन तहसीलदार द्वारा बनाए जा रहे एमसी कॉलोनी के साइट प्लान में किसी निवासी के नाम मलकियत नहीं है। सभी के पास एसेसमेंट की रजिस्ट्री है। नगर परिषद ने अवैध तरीके से अपने अधिकारियों व कर्मचारियों को लाभ पहुंचाने के लिए यह कॉलोनी काट दी जबकि यह जमीन नगर परिषद की थी ही नहीं। नगर परिषद के रिकार्ड में यह कॉलोनी वैध तो है लेकिन इसका कोई किला नंबर नहीं है और न ही कॉलोनी में बने मकानों के नक्शे पास हैं। एक बात और सामने आई है कि अलाटमेंट में शर्त थी कि अलॉटी को हर माह प्लॉट की कीमत की किस्त भरनी होगी लेकिन अधिकतर कर्मचारियों ने एक दो किस्त भरकर प्लाट बेच दिए और खरीदार ने किस्तें भरी ही नहीं। नगर परिषद के रिकार्ड में किसी अलाटी ने 400 रुपये जमा करवा रखे हैं तो किसी ने 880 रुपये। सरकार ने 1999 में फतेहाबाद की 33 कॉलोनियांं वैध की थी। उस सूची में इस कॉलोनी का नाम एमसी कॉलोनी भी है। सरकार ने 2014 में 8 कॉलोनियों और कुछ साल पहले 3 कॉलोनियां वैध की थी। अब फतहेाबाद में कुल 44 कॉलोनियां वैध हैं। सरकार ने 1999 में फतेहाबाद की 33 कॉलोनियांं वैध की थी। उस सूची में इस कॉलोनी का नाम एमसी कॉलोनी भी है। सरकार ने 2014 में 8 कॉलोनियों और कुछ साल पहले 3 कॉलोनियां वैध की थी।

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अशियाने तोड़ने के मामले में सरकार अपना रही दोहरा मापदंड : सैनी

रादौर (निस) : रादौर के विधायक कांग्रेस नेता डॉ. बीएल सैनी ने कहा कि एक ओर तो मुख्यमंत्री मनोहर लाल विधानसभा में अवैध कालोनियों को वैध घोषित करने की बात कह रहे है वहीं दूसरी ओर रादौर में डीटीपी पीला पंजा चलाकर लोगों के अशियाने तोड़ रही है। सरकार की इस दोगली नीति से लोगों को नुकसान हो रहा है। विधायक बीएल सैनी बृहस्पतिवार को रादौर स्थित अपने कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि अवैध कालोनियों को वैध करने की घोषणा करके मुख्यमंत्री मनोहर लाल झूठी वाहवाही लूट रहे हैं। अगर मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने अवैध कालोनियों को वैध करने की घोषणा की है तो दूसरी ओर रादौर में पीला पंजा चलाकर लोगों के अशियानों को उजाड़ने वाले प्रशासन के अधिकारियों के खिलाफ कारवाई करनी चाहिए। मुख्यमंत्री की घोषणाओं को प्रशासन के अधिकारी गंभीरता से नहीं लेते है। डीटीपी की कारवाई को लेकर लोगों में भारी रोष है। इस अवसर पर पूर्व सरपंच रणधीर सिंह अलीपुरा, रमेश राणा, गुरमीत सढूरा, रजत जयपुर, हुकम चंद, दीपा, धनेन्द्र, रूप चंद भी उपस्थित थे।

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