किसानों के लिए पीने का पानी नहीं, फसल उठान की गति धीमी
चरखी दादरी, 14 अक्तूबर (हप्र)
अनाज मंडी में बुनियादी सुविधाओं के अभाव के कारण आढ़तियों और किसानों में रोष है। आढ़ती एसोसिएशन के प्रधान रामकुमार रिटोलिया ने कहा कि मंडी में पीने के लिए पानी तक उपलब्ध नहीं हैं। इसके अलावा फसल उठान बेहद धीमी गति से होने और उठान के लिए आढ़तियों से रुपये लेने के आरोप लगाये हैं। चरखी दादरी अनाज मंडी में बाजरे की आवक हो रही है और अब तक मंडी में 1 लाख 66 हजार 128 क्विंटल बाजरा किसानों द्वारा लाया गया है। बाजरा लेकर मंडी आने वाले किसानों के लिए यहां किसी प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध नहीं करवाए जाने का मामला सामने आया है। आढ़तियों का कहना है कि यहां प्यास बुझाने के लिए पानी तक नहीं हैं। इसके अलावा अन्य सुविधाएं भी नहीं हैं। अनाज मंडी आढ़ती एसोसिएशन प्रधान रामकुमार रिटोलिया ने कहा कि उठान प्रक्रिया बेहद धीमी गति से चल रही है और संबंधित ठेकेदार प्रति बोरी 4 से 6 रुपये लेकर बाजरे का उठान करवा रहा है। जो आढ़ती रुपये नहीं दे रहा है उसके बैग नहीं उठाए जा रहे हैं। इसी प्रकार की समस्या सरसों खरीद के दौरान सामने आई थी और अब भी यहीं समस्या बनी हुई है। बाजरा उठान का ठेका लेने वाले ठेकेदार के पास पांच गाड़ियां है और उसने कई मंडियों का ठेका ले रखा है जिसके चलते वाहनों की कमी के चलते उठान प्रक्रिया प्रभावित है।
‘मंडी में पर्याप्त प्रबंध किये’
चरखी दादरी मार्केट कमेटी सचिव विद्यासागर ने कहा कि उन्होंने चौकीदार, लाइट, शेड की सुविधाएं मुहैया करवाई हैं। पानी के टैंकर व कैंपर मंगवाएं हैं। किसानों को किसी प्रकार की समस्या न हो इसके लिए पर्याप्त प्रबंध किए गए हैं। मंडी में अब तक 1 लाख 66 हजार 128 क्विंटल बाजरे की आवक हुई है, जिसमें से 1 लाख 2 हजार 568 क्विंटल की खरीद और 34895 क्विंटल बाजरे का उठान हुआ है।
कनीना में 1.32 लाख क्विंटल बाजरे की खरीद
कनीना (निस) : नयी अनाज मंडी चेलावास में बाजरे की बंपर आवक हो रही है। खरीद एजेंसी स्टेट वेयरहाउस की प्रबंधक सीमा सिंह ने बताया कि 2625 रुपये प्रति क्विंटल की दर से बाजरे की खरीद की जा रही है। अब तक 1,32,186 क्विंटल बाजरे की खरीद की जा चुकी है, जिसमें से 1,15,264 बैग का उठान भी किया जा चुका है। ख़रीदे गए बाजरे को पलवल व सफीदों के गोदाम भेजा जा रहा है। अटेली मार्ग की नयी आनाज मंडी में किसान बाजरा लेकर पहुंच रहे हैं। ई-खरीद पोर्टल से स्वयं गेट पास निकाल रहे हैं। जिसके चलते उन्हें कतार में लगने की जरूरत नहीं है। खरीफ फसल की बंपर पैदावार हुई है।