Bhiwani Zila Parishad : एकजुट नहीं हो पाया विपक्ष, चेयरपर्सन अनिता मलिक के खिलाफ गिरा अविश्वास प्रस्ताव
भिवानी, 7 जनवरी (हप्र) : भिवानी जिला परिषद ( Bhiwani Zila Parishad ) का बहुचर्चित अविश्वास प्रस्ताव आज गिर गया और कांग्रेस की अनिता मलिक की कुर्सी बरकरा रहेगी। आज भारी पुलिस बल की मौजूदगी में संपन्न हुए अविश्वास प्रस्ताव की बैठक में 22 में से 16 पार्षद पहुंचे। इनमें से 13 ने अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में मत डाला, जबकि 3 ने अविश्वास प्रस्ताव के खिलाफ वोट किए। 6 पार्षद बैठक में नहीं पहुंचे।
भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुईं थी अनिता
गौरतलब है कि जिला परिषद की अध्यक्षा अनिता मलिक गत विधानसभा चुनाव से ठीक पहले भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुई थीं। उनका राज्यसभा सांसद किरण चौधरी से छत्तीस का आंकड़ा है।
Bhiwani Zila Parishad - 22 में से 15 जिला पार्षदों ने दिये थे हलफनामे
विधानसभा चुनावों में भाजपा को बहुमत मिलने के बाद से चर्चा थी कि जिला परिषद अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव आएगा। इन्हीं चर्चाओं के बीच 23 दिसंबर को 22 में से 15 जिला पार्षदों ने उपायुक्त को अविश्वास प्रस्ताव के लिए शपथ पत्र दिए थे। उपायुक्त ने आज 7 जनवरी के दिन अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के लिए बैठक बुलाई थी।
आज सुबह ही बड़ी संख्या में कांग्रेस व भाजपा के समर्थक बैठक हॉल के बाहर जमा थे और तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई थी।
Bhiwani Zila Parishad : 13 पार्षदों ने की वोटिंग
तय समय पर अतिरिक्त उपायुक्त कार्यालय के साथ बने डीआरडीए हॉल में जिला परिषद के पार्षदों का पहुंचना आरंभ हो गया। करीब साढे 12 बजे तक 16 पार्षद पहुंच गए। सभी पार्षदों की पहले रजिस्टर में हाजिरी लगवाई गई। उसके बाद चेयरपर्सन के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव के लिए बैलेट पेपर के जरिए वोटिंग करवाई गई, जिसमें चेयरपर्सन के खिलाफ 13 जिला परिषद के पार्षदों ने वोटिंग की तथा तीन पार्षदों ने चेयरपर्सन के पक्ष में वोट दिए।
चप्पे-चप्पे पर तैनात रही पुलिस
मंगलवार को जिला परिषद की चेयरपर्सन अनिता मलिक के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को लेकर बैठक तय हुई थी। जिसको लेकर पूरे सचिवालय में सुरक्षा व्यवस्था चौकस रही। खासकर एडीसी कार्यालय के बाहर अच्छी खासी संख्या में पुलिस बल तैनात रहा। यहां से हर व्यक्ति को जांच पड़ताल के बाद ही आगे निकलने दिया। वहीं डीआरडीए हॉल में केवल पार्षदों की जांच पड़ताल के बाद ही अंदर जाने दिया। सुबह दस बजे से लेकर दोपहर तीन बजे तक पुलिस सुरक्षा रही। इस दौरान हर व्यक्ति की जांच पड़ताल के बाद ही आगे जाने दिया।
कुर्सी गिराने की कर चुके पूरी कोशिश : अनिता
जिला परिषद की चेयरपर्सन अनिता मलिक ने बताया कि उनकी कुर्सी गिराने की भरसक कोशिश व प्रयास किए गए। क्षेत्र की राज्यसभा सांसद से लेकर मंत्री तक इस षड़यंत्र में शामिल थे। तोशाम की जनता, बाबा श्याम व बाबा मुंगीपा के आशीर्वाद से वह चेयरपर्सन पर काबिज रही हैं। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्उा, सांसद जयप्रकाश, पूर्व विधायक दानसिंह आदि का उन्हें समर्थन प्राप्त है। उन्होंने जिला परिषद के पार्षदों के साथ मिलकर क्षेत्र का विकास करवाया और आगे भी करवाती रहेगी।
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