नीतीश आज फिर एनडीए में लौटेंगे!
अदिति टंडन/ ट्रिन्यू
नयी दिल्ली, 27 जनवरी
बिहार के मुख्यमंत्री और जनता दल यूनाइटेड के अध्यक्ष नीतीश कुमार एक बार फिर पाला बदलने जा रहे हैं। विपक्षी ‘इंडिया’ गठबंधन को बड़ा झटका देते हुए वह अपनी सरकार के सहयोगियों राजद, कांग्रेस और वाम दलों को छोड़कर रविवार को भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए में लौट सकते हैं। नीतीश के करीबी एक उच्च पदस्थ सूत्र के अनुसार वह मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने जा रहे हैं। इसके साथ ही वह भाजपा के समर्थन से दोबारा मुख्यमंत्री बनने की तैयारी में हैं। सचिवालय जैसे सरकारी कार्यालयों को रविवार को दिन के दौरान खुले रहने के लिए कहा गया है ताकि नयी सरकार का गठन हो सके।
पिछले 10 साल में नीतीश द्वारा पाला बदलने का यह पांचवां मौका होगा। साल 2013 में भाजपा द्वारा नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री पद का चेहरा बनाये जाने के विरोध में वह एनडीए से अलग हो गये थे। अपनी पार्टी को तोड़ने की कोशिश का आरोप भाजपा पर लगाते हुए 9 अगस्त, 2022 को उन्होंने एनडीए से फिर नाता तोड़ लिया था।
पता चला है कि भाजपा विधायकों को आज पटना में हुई बैठक में नीतीश कुमार के पक्ष में समर्थन पत्र सौंपने का निर्देश दिया गया। राज्य के प्रभारी व भाजपा महासचिव विनोद तावड़े बैठक की अध्यक्षता करने शनिवार सुबह पटना पहुंचे। उधर, लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास पासवान) गुट के प्रमुख चिराग पासवान ने दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की। बैठक के बाद चिराग ने कहा कि उन्हें कई मुद्दों पर आश्वासन दिया गया है।
इस बीच, नीतीश कुमार बिहार में आधिकारिक कार्यक्रमों में भाग लेने में व्यस्त रहे। एक मंदिर के सौंदर्यीकरण परियोजना के उद्घाटन के लिए उन्होंने बक्सर का दौरा किया। यह कार्यक्रम पर्यटन विभाग का था और यह विभाग उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के पास है, लेकिन वह इस कार्यक्रम में मौजूद नहीं थे। जबकि, सीएम और स्थानीय भाजपा सांसद अश्विनी चौबे एक साथ दिखे। उधर, पटना में लालू यादव ने राजद विधायकों की बैठक बुलाई। खबरें यह भी थीं कि राजद और कांग्रेस ने ‘हम’ के जीतन राम मांझी को पाला बदलने पर सीएम पद की पेशकश भी की, हालांकि बात नहीं बनी।
बहुमत के लिए 122 की जरूरत
243 सीटों वाले सदन में नीतीश को सत्ता में बने रहने के लिए 122 विधायकों की जरूरत है। जदयू के 45 विधायक हैं, जबकि भाजपा की 78 और हम की 4 सीटों के साथ एनडीए के पास 82 विधायक हैं। वहीं, जदयू के बिना महागठबंधन सहयोगियों के पास कुल 115 सीटें हैं, जो बहुमत से 6 कम हैं।
कांग्रेस ने अपमान किया : त्यागी
जदयू प्रवक्ता केसी त्यागी ने कहा, ‘बिहार में महागठबंधन सरकार गिरने के कगार पर है। कांग्रेस नेतृत्व के एक धड़े ने सीएम का बार-बार अपमान किया। ‘इंडिया’ गठबंधन भी टूटने के कगार है।’
‘इंडिया’ नहीं बिखरेगा : कांग्रेस
कांग्रेस ने कहा कि विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ नहीं बिखरेगा और वह इसे मजबूत बनाने के लिए हर कदम उठाने को तैयार है। पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने यह भी कहा कि नीतीश कुमार की ‘इंडिया’ गठबंधन में महत्वपूर्ण भूमिका और योगदान है। पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने उनसे बातचीत करने के प्रयास किए, लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो सका। उधर, लालू यादव भी नीतीश से संपर्क नहीं कर पाये।