नीतीश अब फिर भाज पा में
पटना, 28 जनवरी (एजेंसी)
करीब 18 महीने पहले भाजपा से नाता तोड़कर महागठबंधन सरकार बनाने वाले बिहार के मुख्यमंत्री व जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के अध्यक्ष नीतीश कुमार ने फिर पाला बदल लिया है। भाजपा के समर्थन से दोबारा सरकार बनाते हुए वह रिकॉर्ड नौवीं बार बिहार के मुख्यमंत्री बन गये हैं। रविवार शाम यहां राजभवन में राज्यपाल राजेंद्र आर्लेकर ने नीतीश को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलायी। उनके साथ भाजपा के विजय कुमार सिन्हा, सम्राट चौधरी और प्रेम कुमार ने भी मंत्री पद की शपथ ली। सिन्हा और चौधरी को उपमुख्यमंत्री बनाया गया है। जदयू नेता विजय कुमार चौधरी, विजेंद्र यादव और श्रवण कुमार के साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की अगुवाई वाले हिंदुस्तान आवाम मोर्चा के संतोष कुमार सुमन और निर्दलीय विधायक सुमित सिंह ने भी मंत्री पद की शपथ ली। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेता भी शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए।
शपथ ग्रहण के बाद नीतीश कुमार ने कहा कि भाजपा के साथ पहले भी थे, अब वापस आ गए हैं और अब इधर-उधर जाने का सवाल नहीं है। इससे पहले रविवार सुबह उन्होंने यह कहते हुए मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था कि बिहार में सत्तारूढ़ महागठबंधन और विपक्षी ‘इंडिया’ गठबंधन में ‘स्थिति ठीक नहीं लग रही थी।’ इसी के साथ उन्होंने भाजपा के सहयोग से नयी सरकार बनाने का दावा पेश किया था। वहीं, भाजपा की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष सम्राट चौधरी को विधायक दल का नेता और विजय सिन्हा को उपनेता चुना गया।
गौर हो कि नीतीश कुमार भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) से नाता तोड़कर अगस्त 2022 में राजद, कांग्रेस और तीन वामपंथी दलों के महागठबंधन में शामिल हुए थे। तब उन्होंने भाजपा पर जदयू को तोड़ने की कोशिश करने का आरोप लगाया था।
दोबारा मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नीतीश कुमार को बधाई दी और कहा कि राजग सरकार राज्य के लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी। प्रधानमंत्री ने सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा को भी बधाई दी तथा विश्वास जताया कि बिहार सरकार की नयी टीम पूरे समर्पण भाव से राज्य के लोगों की सेवा करेगी।
कांग्रेस के हठ के कारण टूटा ‘इंडिया’ : जदयू
जदयू ने बिहार में विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ के टूटने के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि इसके नेता अपनी पार्टी को मजबूत करने में लगे थे, विपक्षी गठबंधन को नहीं। जदयू के प्रवक्ता केसी त्यागी ने कहा कि कांग्रेस के भीतर का एक गुट ‘इंडिया’ गठबंधन का नेतृत्व हथियाना चाहता था और साजिश के तहत मल्लिकार्जुन खड़गे का नाम गठबंधन के अध्यक्ष के तौर पर प्रस्तावित किया गया। त्यागी ने कहा कि कांग्रेस की की हठ के कारण ही ‘इंडिया’ गठबंधन को झटका लगा है। कांग्रेस ने अपने सहयोगियों को राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा' में शामिल होने का ‘आदेश’ दिया, जैसे वे उनकी पार्टी के कार्यकर्ता हों।
खत्म हो जाएगी जदयू : तेजस्वी
पूर्व उपमुख्यमंत्री व राजद नेता तेजस्वी यादव ने कहा, ‘नीतीश जी पाला बदलने के लिए चाहे जो भी बहाने बनाएं, लोकसभा चुनाव में उनकी जदयू खत्म होने वाली है। ऐसा लगता है कि नीतीश कुमार को हमारी सरकार की कई उपलब्धियों का श्रेय मुझे मिलने से दिक्कत थी। यह भाजपा के लिए खतरे की घंटी होनी चाहिए।’ राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद की बेटी रोहिणी आचार्य ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म ‘एक्स’ पर एक कचरा वाहन की तस्वीर साझा करते हुए कहा, ‘कूड़ा गया फिर से कूड़ेदानी में - कूड़ा मंडली को बदबूदार कूड़ा मुबारक।’ लालू के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव ने कहा कि नीतीश को ‘गिरगिट रत्न’ से सम्मानित किया जाना चाहिए।
जाति समीकरण साधा
उपमुख्यमंत्री बनाये गये ओबीसी नेता सम्राट चौधरी कोइरी समाज, जबकि विजय कुमार सिन्हा भूमिहार समुदाय से हैं। मंत्रिमंडल में दो कुर्मी, दो भूमिहार और एक-एक मंत्री राजपूत, यादव, पिछड़ा, अतिपिछड़ा व महादलित समुदाय से हैं।
सुशील मोदी के हिस्से इंतजार
नीतीश के साथ भाजपा के पहले गठबंधन सरकार में सुशील मोदी उप मुख्यमंत्री थे। इस बार उनके हिस्से अभी इंतजार आया है। भले ही सुशील मोदी अभी भाजपा में कोई बड़े ओहदे पर न हों, लेकिन जानकारों का कहना है कि नीतीश के लिए भाजपा के दरवाजे खुलवाने वालों में वह भी महत्वपूर्ण रहे। तल्खी के दौर में भी सुशील मोदी बेहद सधी हुई बात करते रहे हैं। देखना होगा कि मंत्रिमंडल विस्तार में क्या उन्हें कोई पद मिलता है।
‘विश्वासघात विशेषज्ञ’ को माफ नहीं करेगी जनता : कांग्रेस
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि देश में ‘आया राम-गया राम’ जैसे कई लोग हैं। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार के जाने की जानकारी लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव ने पहले ही दे दी थी, लेकिन ‘इंडिया’ गठबंधन को बरकरार रखने के लिए उन्होंने कुछ नहीं कहा।
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ से ध्यान भटकाने के लिए यह राजनीतिक नाटक किया जा रहा है। रमेश ने कहा, ‘बार-बार राजनीतिक साझेदार बदलने वाले नीतीश कुमार रंग बदलने में गिरगिटों को कड़ी टक्कर दे रहे हैं। बिहार की जनता ‘विश्वासघात विशेषज्ञ’ और उन्हें इशारों पर नचाने वालों को माफ नहीं करेगी। बिल्कुल साफ है कि भारत जोड़ो न्याय यात्रा से प्रधानमंत्री और भाजपा घबराए हुए हैं, उससे ध्यान हटाने के लिए यह राजनीतिक नाटक रचा गया है।’ रमेश ने उन दावों को खारिज किया कि नीतीश कुमार के जाने से ‘इंडिया’ गठबंधन कमजोर हो जाएगा। उन्होंने कहा कि इससे गठबंधन केवल मजबूत होगा, जैसा कि तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी ने भी कहा है। कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा कि यह भाजपा पर यात्रा का असर है। यात्रा जहां भी जा रही है, इसका असर वहां हो रहा है। असम में मुख्यमंत्री हमारे प्रचार मंत्री बन गये। जब यात्रा बिहार में प्रवेश कर रही है तो यह सब हो रहा है। जब यात्रा शुरू हुई तो मुंबई में हमारे नेता का दल बदलवा दिया गया। उन्होंने कहा कि ऐसा इसलिए हो रहा है, क्योंकि जिन लोगों ने 400 से अधिक (सीट) का नारा दिया, वे सच्चाई जानते हैं, भाजपा की घबराहट साफ नजर आ रही है।