हरियाणा-पंजाब सहित 7 राज्यों में एनआईए के छापे
दिनेश भारद्वाज / ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 27 सितंबर
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने आतंकी संगठनों और गैंगस्टरों के गठजोड़ के खिलाफ ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ करते हुए बुधवार को केंद्रशासित प्रदेश चंडीगढ़ सहित सात राज्यों- हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, राजस्थान और दिल्ली में 53 जगहों पर दबिश दी। ‘सूचीबद्ध आतंकवादी’ अर्श डल्ला और कई खूंखार गैंगस्टरों के गठजोड़ पर बड़े पैमाने पर कार्रवाई की गई। एनआईए ने कई संदिग्धों को हिरासत में भी लिया है।
एनआईए के छापों में टारगेट पर अर्श डल्ला के अलावा कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई, हैरी मौर, नरेंद्र उर्फ लाली, काला जठेड़ी, दीपक टीनू आदि शामिल थे। एनआईए द्वारा दर्ज किए मामले ‘टारगेट किलिंग’ और आतंकी फंडिंग से जुड़े हैं। इनमें से ज्यादातर मामले खालिस्तानी संगठन और गैंगस्टर्स द्वारा जबरन वसूली करने से जुड़े हैं। ये लोग या तो विभिन्न जेलों में बंद हैं या फिर पाकिस्तान, कनाडा, मलेशिया, पुर्तगाल और ऑस्ट्रेलिया सहित विभिन्न देशों से काम कर रहे हैं। बुधवार की कार्रवाई का मुख्य मकसद आतंकी, गैंगस्टर और ड्रग तस्कर के गठजोड़ को खत्म करने और विभिन्न कट्टर गिरोहों और उनके गुर्गों से जुड़े हथियार आपूर्तिकर्ताओं, फाइनेंसर्स और रसद प्रदाताओं पर नकेल कसना था। ये गिरोह पाकिस्तान, यूएई, कनाडा, पुर्तगाल आदि देशों में स्थित ड्रग तस्करों और आतंकवादियों के साथ काम कर रहे हैं।
53 जगहों पर मारी रेड
एनआईए ने कुल 53 ठिकानों पर रेड मारी। पंजाब के अमृतसर, मोगा, फाजिल्का, लुधियाना, मोहाली, राजपुरा, जगराओं, फरीदकोट, बरनाला, बठिंडा, फिरोजपुर, एसएएस नगर, अमृतसर और जालंधर तथा हरियाणा के रोहतक, सिरसा, फतेहाबाद और फरीदाबाद जिलों में विभिन्न जगहों पर एनआईए की टीमों ने छापेमारी की। इसी तरह राजस्थान के श्रीगंगानगर, झुंझुनू, हनुमानगढ़ और जोधपुर, उत्तर प्रदेश में गोरखपुर और उत्तराखंड के देहरादून और उधम सिंह नगर जिलों में रेड की गई। दिल्ली-एनसीआर में दक्षिण-पूर्व जिलों और चंडीगढ़ में छापेमारी की गई। यहां बता दें कि एनआईए पहले 370 से अधिक स्थानों पर छापे मार चुकी है। इस तरह की कार्रवाई में पहले एनआईए ने 1129 राउंड गोला-बारूद, 4 घातक समेत 38 हथियार जब्त किए थे। एनआईए ने अब तक 87 बैंक खाते फ्रीज किए हैं और 13 संपत्तियां कुर्क की हैं। 331 डिजिटल डिवाइस, 418 दस्तावेज और दो वाहन जब्त किए हैं। दो भगौड़ों को आतंकवादी घोषित किया है और 15 आरोपियों को भगौड़ा अपराधी घोषित किया है। नौ अन्य के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस (आरसीएन) जारी किए हैं।
जेलों में भी रची जा रही साजिश
एनआईए को जांच में पता चला है कि इस तरह की साजिश विभिन्न राज्यों की जेलों में रची जा रही हैं। विदेश स्थित गुर्गों के एक संगठित नेटवर्क द्वारा इन्हें अंजाम दिया जा रहा था। पिछले साल पंजाब में महाराष्ट्र के बिल्डर संजय बियानी, खनन व्यापारी मेहल सिंह और अंतर्राष्ट्रीय कबड्डी खिलाड़ी संदीप नांगल अंबिया की सनसनीखेज हत्या के मामले भी इन्हीं लोगों से जुड़े हैं। एनआईए का मानना है कि कई अपराधी अब विदेशों से आतंक और हिंसा की गतिविधियों को अंजाम दे रहे हैं।