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यामी के अभिनय सफर की नई धारा

08:39 AM Mar 09, 2024 IST

असीम चक्रवर्ती
सुपरहिट फिल्म ‘उरी : द सर्जिकल स्ट्राइक’ के लगभग पांच साल बाद ‘धारा 370’ के साथ यामी गौतम ने बतौर एक्ट्रेस अपनी पहचान को और सुदृढ़ किया है। इसे एक दिलचस्प संयोग कहेंगे कि उनकी इस उड़ान में इस बार भी उनके पति आदित्य धर का बड़ा योगदान रहा है। जल्द ही दोनों एक नए मेहमान का स्वागत करेंगे। इसके साथ ही इन दिनों धारा 370 की आशातीत सफलता के बाद उनके कैरियर ने एक अहम मोड़ लिया है। आइए, इस पर एक नजर डालें-

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कौन है जूनी हक्सर

निर्माता आदित्य धर की ‘धारा 370’ की जूनी हक्सर जैसा किरदार पाने के लिए यामी एक अरसे से बेताब थीं। अब उनके पति ने उन्हें यह तोहफा दिया। यामी उन चंद हीरोइनों में आती हैं,जिन्होंने शादी के बाद भी अपने एक्टिंग कैरियर को काफी सुनियोजित रखा है। वह बेहिचक मानती हैं कि शादी के बाद उनके कैरियर में काफी बदलाव आया है। अब वह ओएमजी, थर्सडे,दसवीं जैसी फिल्में बड़ी आसानी से कर लेती हैं।

मुकाम अब मिला

दूसरी कई अन्य हीरोइनों की तरह यामी ने भी दक्षिण की फिल्मों से अपना कैरियर शुरू किया था। मगर 14 साल के उनके फिल्म कैरियर की शुरुआत सही मायने में सुजीत सरकार की ‘विकी डोनर’ से हुई। सुजीत की यह फिल्म चर्चा में आई ,तो यामी को भी बॉलीवुड फिल्मों में थोड़ा-बहुत स्पेस मिलने लगा। इसके साथ ही साउथ और कुछ क्षेत्रीय फिल्मों में उनका काम करना बदस्तूर जारी रहा। मगर पहली बार 2016 की फिल्म ‘काबिल’ में उन्होंने अपनी सार्थक उपस्थिति दर्ज की। यह वह फिल्म थी जिसमें उन्होंने पहली बार साबित किया कि वह एक उम्दा एक्ट्रेस हैं।

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‘काबिल’ को कैश नहीं कर पाई

मगर रितिक के साथ ‘काबिल’ जैसी हिट के बाद भी वह एक अरसे तक घर पर बैठी रही। असल में वह इस फिल्म की सफलता को जल्दबाजी में कैश नहीं करना चाहती थी। और यही उनकी सबसे बड़ी चूक थी। लेकिन यामी को इसका कोई अफसोस नहीं है। अपने कैरियर के शुरू से ही वह फिल्मी पॉलिटिक्स को एकदम नजरअंदाज कर सिर्फ अपने काम को लेकर मशगूल रही हैं।

‘उरी’ के बाद धारा 370

सितंबर 2016 के उरी अटैक पर बेस्ड फिल्म उरी में उनका किरदार ज्यादा बड़ा नहीं था। लेकिन यामी अपनी इस फिल्म को कभी नहीं भूल सकती। बेहद आश्चर्यजनक ढंग से एक सैनिक अधिकारी के उनके इस छोटे से रोल को काफी नोटिस किया गया था। यामी बताती हैं,‘मैंने इस दौरान काफी एक्शन सीक्वेंस का प्रशिक्षण लिया था। इसके बाद से ही मेरे अंदर एक नया आत्मविश्वास आया। मैंने ओएमजी, थर्सडे,दसवीं,लोस्ट जैसी फिल्मों का चयन बहुत दृढ़ता से किया। अब तो मैं बड़े आराम से मल्टीस्टारर फिल्मों का हिस्सा बनने के लिए तैयार हूं। ऐसी फिल्मों को लेकर मेरे मन में कोई डर नहीं है। मैं जानती हूं,धारा 370 जैसी फिल्में मुझे हमेशा नहीं मिलेंगी। पर मैं अच्छे रोल का चुनाव तो कर ही सकती हूं।’

क्षेत्रीय फिल्मों का सम्मोहन

अच्छे रोल के इस सम्मोहन के चलते ही अच्छी रीजनल फिल्मों की तरफ उनका झुकाव बढ़ा है। वह कबूल करती हैं कि कन्नड़, तमिल, तेलुगु, तमिल, मलयालम,पंजाबी , बंगला आदि भाषाओं की फिल्मों ने उनका काफी उत्साहवर्द्धन किया है।

अपना किरदार चुन लिया है...

अभी दो साल पहले ओटीटी पर आई फिल्म ‘लोस्ट’ में अभिनेत्री यामी गौतम बिल्कुल नए अंदाज में दिखाई पड़ी थीं। यह कम आश्चर्यजनक बात नहीं है कि इस फिल्म में पंकज कपूर जैसे धाकड़ एक्टर की मौजूदगी के बावजूद उन्होंने अपने फुटेज का बहुत सार्थक उपयोग किया है। यामी अब इस बात को अच्छी से जान गई हैं कि उरी,दसवीं,लोस्ट,धारा 370 जैसी फिल्मों के चैलेंजिंग रोल ही उसका रास्ता आसान कर सकते हैं। इसलिए वह अब अपने काम के मामले में किसी तरह की रस्साकसी को बिल्कुल साइड में रख रही हैं।

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