अहीरवाल में नयी सियासत, राव इंद्रजीत सिंह को झटका
ट्रिब्यून न्यूज सर्विस
चंडीगढ़, 19 मार्च
हरियाणा मंत्रिमंडल में हुए विस्तार के साथ ही अहीरवाल में नई सियासत भी शुरू हो गई है। ‘राजा साहब’ यानी केंद्रीय मंत्री इंद्रजीत सिंह को इस विस्तार से कहीं न कहीं राजनीतिक रूप से झटका लगा है। कैबिनेट में उनकी पसंद-नापंसद को तवज्जो मिलती रही है लेकिन नायब सिंह सैनी सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार में उनके कोटे की बजाय इस बार एंटी खेमे के अभय सिंह यादव की कैबिनेट में एंट्री हुई है।
नांगल-चौधरी विधायक अभय यादव की गिनती पूर्व सीएम मनोहर लाल के नजदीकियों में होती रही है। अक्तूबर-2019 में जब भाजपा लगातार दूसरी बार सत्ता में आई तो उस समय यादव कोटे से अभय यादव को मंत्री बनाने की कोशिश हुई थी लेकिन बात सिरे नहीं चढ़ पाई। लगभग दो साल पहले जब मनोहर कैबिनेट का विस्तार हुआ तो उस समय भी राज्य मंत्री ओमप्रकाश यादव को हटाकर उनकी जगह अभय यादव को एडजस्ट करने के प्रयास हो चुके हैं।
आखिरकार इस बार भाजपा अभय सिंह यादव की कैबिनेट में एंट्री करवाने में कामयाब रही है। राव इंद्रजीत सिंह के नजदीकी ओपी यादव को बाहर का रास्ता दिखाते हुए नायब सरकार ने अपने इरादे स्पष्ट कर दिए हैं। वहीं दूसरी ओर, इस पूरे घटनाक्रम पर राव इंद्रजीत सिंह ने चुप्पी साधी हुई है।
हालांकि विगत दिवस उनका यह बयान आया था और उन्होंने कहा था कि प्रदेश में नेतृत्व परिवर्तन और फिर कैबिनेट गठन या विस्तार में उनसे किसी तरह की बातचीत नहीं हुई।