मुख्य समाचारदेशविदेशखेलपेरिस ओलंपिकबिज़नेसचंडीगढ़हिमाचलपंजाबहरियाणाआस्थासाहित्यलाइफस्टाइलसंपादकीयविडियोगैलरीटिप्पणीआपकी रायफीचर
Advertisement

हरियाणा में नया जनादेश आज

06:51 AM Oct 08, 2024 IST
झज्जर में स्ट्रॉन्ग रूम की सुरक्षा में तैनात अर्धसैनिक बल के जवान। - ट्रिन्यू

दिनेश भारद्वाज/ ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 7 अक्तूबर
हरियाणा में नया जनादेश आज (मंगलवार) सामने आ जाएगा। अधिकांश एग्जिट पोल के अनुमान से उत्साहित कांग्रेस दस साल बाद सत्ता में वापसी की उम्मीद कर रही है। वहीं, सत्तारूढ़ भाजपा को भरोसा है कि वह लगातार तीसरे कार्यकाल के लिए सत्ता बरकरार रखने में कामयाब होगी। इस बीच, नतीजों से एक दिन पहले पुरानी सरकार ने अपना सामान समेट लिया। सोमवार को हरियाणा सिविल सचिवालय स्थित मंत्रियों के सभी कमरों को लॉक कर दिया गया। इतना ही नहीं, मंत्रियों के निजी स्टाफ के पास मौजूद सभी कंप्यूटर सिस्टम भी सरकार ने अपने कब्जे में ले  ­लिए हैं।
विधानसभा चुनावों के बाद इस तरह की कार्रवाई पहली बार देखने को मिली है। आमतौर पर चुनाव के नतीजों के बाद ही मंत्रियों के कमरे लॉक होते रहे हैं। उनके निजी स्टाफ के कंप्यूटर आदि भी बाद में ही उठते रहे हैं।
प्रदेश में विधानसभा की 90 सीटों के लिए पांच अक्तूबर को 67.90 प्रतिशत मतदान हुआ था। मंगलवार सुबह 8 बजे से मतगणना शुरू होगी। दोपहर करीब 12 बजे तक तस्वीर लगभग साफ हो जाएगी कि प्रदेश में किसकी सरकार बनेगी। राज्य निर्वाचन आयोग ने मतगणना को लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। हरियाणा पुलिस ने मतदान केंद्रों के बाहर थ्री-लेयर सिक्योरिटी का बंदोबस्त किया है।
2014 के चुनाव में भाजपा ने 47 विधायकों के साथ हरियाणा में पहली बार पूर्ण बहुमत से सरकार बनाई थी। इसके बाद 2019 में भाजपा बहुमत से थोड़ा दूर रह गयी, लेकिन मनोहर लाल के नेतृत्व में दूसरी बार सरकार बनाने में कामयाब रही। अब भाजपा तीसरी बार सरकार बनाने की जुगत में है। केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में तीसरी बार एनडीए की सरकार बनने के बाद भाजपा की उम्मीद और बढ़ गयी थी। भाजपा को लगता है कि हरियाणा अपने पुराने ट्रेंड पर कायम रहेगा, यानी केंद्र के साथ ही हरियाणा भी जाएगा। हालांकि एग्जिट पोल के नतीजों ने भाजपाइयों के दिलों में टेंशन पैदा की हुई है।
वहीं दूसरी ओर, कांग्रेस को सत्ता में वापसी की उम्मीद है। मई के लोकसभा चुनाव में राज्य में दस में से पांच सीटों पर जीत हासिल करने के बाद कांग्रेसियों का मनोबल बढ़ा। इस बार कांग्रेस ने चुनाव भी पूरी प्लानिंग और मजबूती के साथ लड़ा। दस वर्षों की सरकार के खिलाफ एंटी-इन्कमबेंसी होना भी स्वाभाविक है।
चुनाव के नतीजे, इनेलो-बसपा अौर जजपा-एएसपी गठबंधन के अलावा आम आदमी पार्टी का भविष्य भी तय करेंगे। जिस तरह की रिपोर्ट एग्जिट पोल में आई है, उसके हिसाब से आप और जजपा का खाता खुलने की संभावना कम है। हालांकि, इनेलो को 1 से 5 सीटें मिलने का अनुमान है। वहीं, 5 से 7 निर्दलीय विधायक बन सकते हैं। नब्बे सीटों पर कुल 1031 उम्मीदवार मैदान में हैं। भाजपा और कांग्रेस ने 89-89 सीटों पर चुनाव लड़ा। भाजपा ने सिरसा के प्रत्याशी रोहतास जांगड़ा को हलोपा के गोपाल कांडा के समर्थन में बैठा दिया था। वहीं, कांग्रेस ने इंडिया गठबंधन के तहत भिवानी की सीट सीपीआई-एम को दी।

Advertisement

2014 के चुनावी नतीजे

पार्टी       सीट      वोट प्रतिशत

भाजपा       47             33.2
कांग्रेस      15             20.6
इनेलो      19             24.01
निर्दलीय    5              10.6
हजकां      2              3.6
बसपा      1              4.4
शिअद     1              0.68

2019 के चुनाव परिणाम

पार्टी       सीट     वोट प्रतिशत

भाजपा        40          36.49
कांग्रेस        31          28.08
जजपा        10           14.80
निर्दलीय      7            9.17
इनेलो         1            2.44
हलोपा        1            0.66

Advertisement

तीन दर्जन सीटें होंगी निर्णायक हरियाणा में करीब तीन दर्जन विधानसभा क्षेत्रों में कांटे की टक्कर है। इन सीटों पर हार-जीत को लेकर गारंटी से कुछ नहीं कहा जा सकता। इनमें से 26 से 28 सीटों पर भाजपा और कांग्रेस ही आमने-सामने हैं। वहीं कुछ सीटों पर कांग्रेस का मुकाबला निर्दलीयों से हो रहा है। कुछ ऐसे हलके भी हैं, जहां त्रिकोणीय फाइट होने की वजह से दुविधा बनी हुई है।

लाल परिवार भी कड़े मुकाबले में : इस बार के चुनाव में राज्य के ‘लाल’ परिवार भी कड़े मुकाबले में फंसे हैं। तोशाम में चौ. बंसीलाल की पोती श्रुति चौधरी और पोते अनिरुद्ध चौधरी में आमने-सामने की टक्कर है। आदमपुर में चौ. भजनलाल के पोते भव्य बिश्नोई को कांग्रेस के चंद्र प्रकाश ने कड़ी टक्कर दी हुई है। ऐलनाबाद में देवीलाल के पोते अभय सिंह चौटाला और कांग्रेस के भरत सिंह बेनीवाल में सीधी भिड़ंत है। रानियां में देवीलाल के पुत्र रणजीत सिंह का अभय सिंह चौटाला के पुत्र अर्जुन चौटाला से मुकाबला है। डबवाली में देवीलाल परिवार के तीन सदस्य – आदित्य देवीलाल चौटाला, अमित सिहाग और दिग्विजय सिंह चौटाला एक-दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं। वहीं दुष्यंत सिंह चौटाला उचाना हलके में फंसे हुए हैं।

इन सीटों के नतीजों पर सभी की नज़र

हलका           उम्मीदवार

लाडवा               नायब सिंह सैनी
हिसार               सावित्री जिंदल
जुलाना              विनेश फोगाट
उचाना              दुष्यंत चौटाला
ऐलनाबाद         अभय सिंह चौटाला
रानियां             रणजीत सिंह
अम्बाला           कैंट अनिल विज
गन्नौर               कुलदीप शर्मा
नारनौंद           कैप्टन अभिमन्यु
बादली            ओमप्रकाश धनखड़
अटेली            आरती सिंह राव
जगाधरी          कंवर पाल गुर्जर
कालका         शक्ति रानी शर्मा
पंचकूला         ज्ञानचंद गुप्ता
लोहारू          जयप्रकाश दलाल
तोशाम           श्रुति चौधरी
आदमपुर        भव्य बिश्नोई
रोहतक         मनीष ग्रोवर
राई              कृष्णा गहलोत
गोहाना         डॉ. अरविंद शर्मा
रेवाड़ी          चिरंजीव राव
महेंद्रगढ़      राव दान सिंह
पलवल        करण सिंह दलाल
होडल         चौ. उदयभान
सिरसा        गोपाल कांडा

Advertisement