नयी अनाज मंडी की तालाबंदी कर चीका-कैथल रोड किया जाम
गुहला चीका, 2 अक्तूबर (निस)
चीका मंडी में धान की सरकारी खरीद न होने से गुस्साये किसानों ने बुधवार सुबह मार्केट कमेटी कार्यालय के गेट के सामने धरना दे सरकार व प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। जब काफी देर तक किसानों की सुनवाई नहीं हुई तो उन्होंने नयी अनाज मंडी के गेट को ताला लगा चीका कैथल रोड पर जाम लगा प्रदर्शन शुरू कर दिया। प्रदर्शन की अगुआई कर रहे भाकियू शहीद भगत सिंह के जिलाध्यक्ष जगदेव पुनिया बदसुई, संदीप संधू पीडल, अमर सिंह चीका, गुरमेल चीका, नरेश भागल ने कहा कि सरकार की नाकामी के चलते मंडियों में धान की खरीद नहीं हो रही है।
उन्होंने राइस मिलरों पर भी आरोप लगाया कि एक तरफ तो राइस मिलर हड़ताल का नाटक कर रहे हैं, दूसरी तरफ चोरी-छिपे सस्ते दामों में किसानों का धान खरीद रहे हैं। किसानों ने कहा कि धान का समर्थन मूल्य 2320 रुपए है जबकि मिलर 1700 से 1800 रुपए प्रति क्विंटल के हिसाब से धान खरीद रहे हैं। किसानों ने कहा कि मिलर धान के साथ किसानों से पंजीकरण की भी मांग करते हैं ताकि सरकारी समर्थन मूल्य का लाभ वे स्वयं ले सकें। किसान हरमेल दिवाना, राज दिवाना, लवली बलबेहड़ा ने कहा उनकी धान में नमी की मात्रा सरकारी मापदंडों के अनुसार होने के बावजूद सरकारी एजेंसियां धान नहीं खरीद रही। किसानों द्वारा मंडी की तालाबंदी करने की सूचना मिलते ही एसडीएम कृष्ण कुमार किसानों के बीच पहुंचे उनसे बातकर जाम खोलने के लिए राजी किया। मार्केटिंग बोर्ड के मुख्य प्रशासक मुकेश आहुजा ने आज चीका अनाज मंडी का दौरा कर धान खरीद कार्य की जानकारी ली। अपने दौरे के दौरान मुख्य प्रशासक ने मार्केट कमेटी कार्यालय चीका में राइस मिलर एसोसिएशन के पदाधिकारियों, आढ़तियों व किसान संगठन के लोग से बैठक की।
बैठक के दौरान हरियाणा राइस मिल एसोसिएशन प्रधान हंस राज सिंगला, चीका राइस मिल एसोसिएशन के प्रधान महावीर मटोरिया व राम स्वरूप जिंदल, मिलर ज्ञान गोयल ने मुख्य प्रशासक को मिलरों की मांगों से अवगत करवाया और उन्हें हल करवाने की मांग रखी।