New CJI: मुख्य न्यायाधीश चंद्रचूड़ ने अपने उत्तराधिकारी के रूप में न्यायमूर्ति संजीव खन्ना का नाम प्रस्तावित किया
नई दिल्ली, 17 अक्तूबर (ट्रिन्यू/एएएनआई)
New CJI: भारत के मुख्य न्यायाधीश डी.वाई. चंद्रचूड़ ने औपचारिक रूप से अपने उत्तराधिकारी के रूप में न्यायमूर्ति संजीव खन्ना का नाम प्रस्तावित किया है। केंद्र सरकार को भेजे गए पत्र में मुख्य न्यायाधीश चंद्रचूड़ ने बताया कि वह 11 नवंबर 2024 को सेवानिवृत्त हो रहे हैं, और उनके बाद न्यायमूर्ति खन्ना को देश के 51वें मुख्य न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया जाना चाहिए।
न्यायमूर्ति संजीव खन्ना का कार्यकाल
केंद्र सरकार से इस प्रस्ताव को मंजूरी मिलने के बाद न्यायमूर्ति खन्ना 11 नवंबर 2024 को भारत के मुख्य न्यायाधीश का पदभार ग्रहण करेंगे। हालांकि, उनका कार्यकाल छह महीने का होगा और 13 मई 2025 को उनकी सेवानिवृत्ति के साथ उनका कार्यकाल समाप्त होगा।
भारत के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ ने औपचारिक रूप से न्यायमूर्ति संजीव खन्ना को अपने उत्तराधिकारी के रूप में प्रस्तावित किया है। केंद्र सरकार को भेजे गए एक पत्र में मुख्य न्यायाधीश चंद्रचूड़ ने कहा कि चूंकि वह 11 नवंबर को पद छोड़ रहे हैं, इसलिए न्यायमूर्ति खन्ना उनके… pic.twitter.com/mlwaPWxtCx
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 17, 2024
न्यायमूर्ति खन्ना का न्यायिक सफर
न्यायमूर्ति संजीव खन्ना का कानूनी करियर प्रतिष्ठित रहा है। उन्हें अपनी सूक्ष्म दृष्टि, गहरी न्यायिक समझ, और संवैधानिक मामलों में उनके योगदान के लिए जाना जाता है। उनकी न्यायिक यात्रा दिल्ली हाईकोर्ट से शुरू हुई, और बाद में उन्हें 2019 में सुप्रीम कोर्ट में पदोन्नत किया गया। कई महत्वपूर्ण फैसलों में उनकी भागीदारी ने उन्हें भारतीय न्यायपालिका में एक प्रमुख स्थान दिलाया है।
चंद्रचूड़ का कार्यकाल
मुख्य न्यायाधीश डी.वाई. चंद्रचूड़ का कार्यकाल भी ऐतिहासिक और संवैधानिक रूप से महत्वपूर्ण रहा है। उनके नेतृत्व में सुप्रीम कोर्ट ने कई बड़े फैसले सुनाए, जिनमें सामाजिक न्याय, संवैधानिक अधिकारों और नागरिक स्वतंत्रताओं से जुड़े मुद्दे शामिल रहे हैं। 11 नवंबर 2024 को उनकी सेवानिवृत्ति के साथ न्यायमूर्ति खन्ना नए मुख्य न्यायाधीश का पदभार ग्रहण करेंगे।
केंद्र की मंजूरी के बाद होगी नियुक्ति
अब यह प्रस्ताव केंद्र सरकार के पास है, और सरकार से मंजूरी मिलने के बाद न्यायमूर्ति संजीव खन्ना की नियुक्ति को औपचारिक रूप से अधिसूचित किया जाएगा। इस नियुक्ति के साथ, सुप्रीम कोर्ट में प्रशासनिक और न्यायिक नेतृत्व का नया अध्याय शुरू होगा।