कंप्यूटर वायरस रैनसमवेयर का नेटवर्क खत्म, चार गिरफ्तार
द हेग (नीदरलैंड), 30 मई (एजेंसी)
यूरोपीय संघ (ईयू) की न्याय एजेंसी से मिलकर पुलिस ने वृहद पैमाने पर कार्रवाई करते हुए ईमेल के जरिये रैनसमवेयर का प्रसार करने वाले कंप्यूटर नेटवर्क को खत्म करते हुए चार संदिग्धों को गिरफ्तार कर लिया। रैनसमवेयर एक प्रकार का वायरस है, जिससे कंप्यूटर सिस्टम को हैक कर उसमें छेड़छाड़ मुमकिन हो जाता है। एजेंसी ने इस तरह के आकर्षक स्वरूप वाले साइबर अपराध के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई को अब तक का सबसे बड़ा अंतर्राष्ट्रीय अभियान करार दिया है।
यूरोपीय संघ की न्यायिक सहयोग एजेंसी ‘यूरोजस्ट’ ने बृहस्पतिवार को बताया कि पुलिस ने चार टॉप संदिग्धों को गिरफ्तार किया है। साथ ही 100 से ज्यादा सर्वर को बंद कर दिया और दो हजार से ज्यादा इंटरनेट डोमेन को जब्त किया है। ‘यूरोजस्ट’ ने बताया कि जिन देशों में इस सप्ताह यह कार्रवाई की गयी उनमें जर्मनी, नीदरलैंड, फ्रांस, डेनमार्क, यूक्रेन, अमेरिका और ब्रिटेन शामिल हैं। यूरोजस्ट ने बताया कि 2021 में इमोटेट नामक बॉटनेट के खिलाफ की गई वृहद कार्रवाई के बाद यह अभियान चलाया गया। बॉटनेट एक प्रकार का नेटवर्क है जिसके जरिये गड़बड़ी कर कंप्यूटर को ‘हाइजैक’ कर लिया जाता है।
खरबों रुपयों और कंप्यूटरों को नुकसान
डच पुलिस ने एक बयान में बताया कि इन नेटवर्क से सरकारों, कंपनियों और व्यक्तियों को लाखों डॉलरों का वित्तीय नुकसान होने का अनुमान है। बयान के मुताबिक, ‘लाखों लोग भी इसका शिकार हुए क्योंकि उनके कंप्यूटर सिस्टम इससे प्रभावित हुए थे।’
आपराधिक ढांचे से कमाई 69 मिलियन यूरो मूल्य की क्रिप्टोकरेंसी
यूरोजस्ट ने कहा कि मुख्य संदिग्धों में से एक ने रैनसमवेयर के प्रसार के लिए आपराधिक बुनियादी ढांचे को किराये पर देकर कम से कम 69 मिलियन यूरो मूल्य की क्रिप्टोकरेंसी अर्जित की। जर्मनी के संघीय आपराधिक पुलिस कार्यालय की उप प्रमुख मार्टिना लिंक ने इसे अब तक का सबसे बड़ा अंतर्राष्ट्रीय साइबर पुलिस ऑपरेशन बताया।