Nehal Modi Arrest : जेल से बाहर आते ही फिर लगी हथकड़ी, भारतीय एजेंसियों ने किया निहाल मोदी को गिरफ्तार
नयी दिल्ली, 5 जुलाई (भाषा)
Nihal Modi Arrest : भगोड़े हीरा कारोबारी नीरव मोदी का छोटा भाई निहाल मोदी धोखाधड़ी के एक मामले में करीब तीन साल की सजा काटने के बाद शुक्रवार को अमेरिका की जेल से रिहा हुआ और कुछ समय बाद ही भारतीय एजेंसियों के अनुरोध पर उसे हिरासत में ले लिया गया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि इंटरपोल ने 2021 में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) के अनुरोध पर निहाल मोदी के खिलाफ रेड नोटिस जारी किया था और 2022 में प्रत्यर्पण अनुरोध भी भेजा गया था, लेकिन इस पर अमल नहीं हो सका क्योंकि धोखाधड़ी के एक मामले में सजा सुनाए जाने के बाद वह अमेरिकी जेल में बंद था।
अधिकारियों ने बताया कि निहाल मोदी की रिहाई की तारीख नजदीक आने के कारण सीबीआई पिछले एक महीने से अमेरिकी अधिकारियों के संपर्क में थी। उन्होंने बताया कि दोनों देशों की एजेंसियों के बीच समन्वय से यह सुनिश्चित हुआ कि निहाल मोदी को जेल से रिहा होते ही गिरफ्तार कर लिया गया। अधिकारियों ने बताया कि सीबीआई 17 जुलाई की सुनवाई के दौरान निहाल मोदी के प्रत्यर्पण के लिए दबाव बनाएगी, जबकि निहाल मोदी अदालत से जमानत का अनुरोध कर सकता है।
निहाल (46) पंजाब नेशनल बैंक से जुड़े कथित 13,000 करोड़ रुपये के धोखाधड़ी मामले में आरोपी है। यह मामला अब तक के सबसे बड़े बैंक धोखाधड़ी मामलों में से एक है। धोखाधड़ी का आरोप दोनों भाइयों (नीरव और निहाल मोदी) और उनके रिश्तेदार मेहुल चोकसी पर है। सीबीआई के आरोप-पत्र के अनुसार, नीरव मोदी ने अपनी कंपनियों के माध्यम से फर्जी ‘वचन पत्र' (एलओयू) जारी करके पीएनबी से लगभग 6,498 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की थी, जबकि शेष राशि उसके रिश्तेदार ने इसी तरह की कार्यप्रणाली से हड़प ली थी।
बेल्जियम के एंटवर्प में जन्मे और पले-बढ़े तथा अंग्रेजी, गुजराती और हिंदी में पारंगत निहाल मोदी अपने भाई नीरव मोदी की ओर से अपराध की आय को कथित रूप से वैध बनाने के लिए भारत में वांछित हैं। नीरव मोदी लंदन की जेल में बंद है और भारत में प्रत्यर्पण की कार्यवाही का सामना कर रहा है।
यह आरोप लगाया गया है कि निहाल मोदी ने भारतीय वित्तीय कानूनों का उल्लंघन करते हुए फर्जी कंपनियों के माध्यम से बड़ी मात्रा में अवैध धन को छिपाने और स्थानांतरित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। ईडी और सीबीआई दोनों द्वारा दायर अलग-अलग आरोप-पत्रों में उसका नाम आरोपी के रूप में दर्ज किया गया है।