नागरिक सेवाएं लागू करने में कोताही बर्दाश्त नहीं होगी : भगवंत मान
चंडीगढ़, 31 जनवरी (हप्र)
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने बुधवार को यहां सभी जिलों के डिप्टी कमिश्नरों के साथ उच्च स्तरीय बैठक की और राज्य में नागरिक सेवाएं मुहैया करने की समीक्षा की। पंजाब भवन में बैठक की अध्यक्षता करते हुए मुख्यमंत्री ने राज्य में घर-घर सेवाएं योजना को लागू करने पर जिलों की कारगुजारी पर संतुष्टि ज़ाहिर की। उन्होंने कहा कि इस महत्वाकांक्षी योजना का मंतव्य 43 नागरिक सेवाओं को लोगों के घर-घर तक पहुंचाना है। भगवंत सिंह मान ने डिप्टी कमिश्नरों को कहा कि लोगों की भलाई के लिए इस योजना को मिशनरी उत्साह से लागू करना सुनिश्चित बनाया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस समय राज्य में 664 आम आदमी क्लीनिक कार्यशील हैं और अब तक इन क्लीनिकों में 98 लाख के करीब मरीज़ इलाज सुविधाओं का लाभ ले चुके हैं। उन्होंने कहा कि अब तक 40.50 करोड़ रुपए की दवाएं और 5.77 करोड़ रुपए के लैब टैस्ट की सुविधा का लाभ मरीज़ उठा चुके हैं। मान ने कहा कि 150 नये आम आदमी क्लीनिक जल्दी ही राज्य के लोगों को समर्पित किये जाएंगे।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि राज्य सरकार ने फैसला किया है कि सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों द्वारा लिखी जाने वाली सभी दवाएं मरीजों को अस्पताल के अंदर ही उपलब्ध करवाई जाएंगी। उनहोंने कहा कि नागरिक सेवाएं लागू करने में कोताही बर्दाश्त नहीं होगी।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि राज्य सरकार ने सड़क हादसों के पीडि़तों के लिए फरिश्ते स्कीम भी शुरू की है, जिसके अंतर्गत नज़दीकी सूचीबद्ध अस्पताल में पीडि़त का इलाज मुफ़्त किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने हरेक गांव में टेलों पर नहरी पानी मुहैया करने के लिए कई कदम उठाए हैं। उन्होंने डिप्टी कमिश्नरों को कहा कि वह इस समूची प्रक्रिया को जल्दी मुकम्मल करें, जिससे किसानों को लाभ मिले। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि राज्य सरकार अमृतसर, बठिंडा, फाजिल्का, फतेहगढ़ साहिब, जालंधर, कपूरथला, लुधियाना, एसएएस नगर और तरनतारन जिलों में 13 नए स्कूल ऑफ एमिनेंस खोलेगी। मान ने डिप्टी कमिश्नरों को सभी स्कूलों में 31 मार्च तक चारदीवारी, पखाने, फर्नीचर, पीने वाले पानी की सुविधा के साथ-साथ इंटरनेट/वाईफाई की सुविधा सुनिश्चित बनाने के लिए भी कहा। मुख्यमंत्री ने डिप्टी कमिश्नरों को जिला शिक्षा विकास समिति के साथ लगातार बैठकें करने के अलावा स्कूलों का औचक दौरा करने के लिए भी कहा। मान ने स्कूल कैंपस के अंदर खतरा बने वृक्षों और असुरक्षित इमारतों संबंधी एसओपीज लागू करने की ज़रूरत पर ज़ोर दिया।